नई दिल्ली : देश में कुछ ऐसे अराजक तत्व मौजूद हैं, जो समय-समय पर समाज में विद्वेष फैला कर सामाजिक सद्भावना को छिन्न-भिन्न करना कहते हैं। दुःख की बात ये है कि इस काम को कुछ पढ़े-लिखे लोग अंजाम दे रहे हैं और कुछ शिक्षण संस्थाएं भी। ताज़ा मामला एक कॉलेज का है, जिसके द्वारा प्रकाशित एक मैगज़ीन में महाभारत की कुंती को लेकर आपत्तिजनक कविता प्रकाशित की गई, जिसके बाद इस मुद्दे को लेकर बवाल मचा हुआ है। कॉलेज केरल के तिरुवंतपुरम में अवस्थित है।
मंजेरी स्थित एनएसएस कॉलेज की मैगजीन में एक छात्र ने पांच लाइन की कविता लिखी है जिसमें कथित तौर पर कुंती की पवित्रता पर सवाल उठाया गया है और कहा गया है इस टॉपिक को लेकर टीवी चैनलों पर डिबेट्स क्यों नहीं होते? मैगजीन प्रकाशित होने के बाद दक्षिणपंथी संगठन हिंदू ऐक्य वेदी ने कविता की आलोचना करते हुए इसे हिंदू समुदाय को ठेस पहुंचाने वाला करार दिया है। हिंदू संगठन के बवाल के बाद कॉलेज प्रिंसिपल ने इस पर सफाई दी है।
प्रिंसिपल आजाद मलात्तिल ने कहा है कि इस कविता को प्रकाशित करने का मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो हम माफी मांगते हैं। इस मैगजीन का प्रकाशन अभी कुछ ही दिन पहले हुआ है और इसकी प्रतियों को बांटने पर रोक लगा दी गई है।