सूरजपाल यादव की रिपोर्ट
भिवंडी महाराष्ट्र भिवंडी मनपा क्षेत्र में मनपा द्वारा डंपिंग ग्राउंड की व्यवस्था न होने के कारण डंपिंग ग्राउंड की समस्या दिनों-दिन गंभीर होते जा रही है जिसके विरोध में धर्म राज्य पक्ष ने शुक्रवार को होटल रीजेंट गार्डन में पत्रकार परिषद का आयोजन कर चाविंद्रा डंपिंग ग्राउंड को तत्काल प्रभाव से बंद करने की मांग की है । पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि अवैध रूप से पूर्व कई वर्षों से चाविंद्रा स्थित अवैध डंपिंग ग्राउंड में कचरा डाला जा रहा है जिसके कारण स्कूल सहित चाविंद्रा के आवासीय क्षेत्र के पास डंपिंग ग्राउंड में डाले गए कचरों की दुर्गंध से छात्रों और लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो गया है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है । पार्टी के सलाहकार विक्रांत कर्णिक ने बताया कि इस डंपिंग ग्राउंड में प्रतिदिन शहर का 3 सौ मैट्रिक टन कचरा डंप किया जाता है । जिससे क्षेत्र में संचालित स्कूल के तीन हज़ार छात्रों सहित इसके आस पास में रहने वाले 40 हज़ार से अधिक लोगों का जन जीवन पूरी तरह खतरे में पड़ गया है । पूरे देश में सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है । तो क्या भिवंडी शहर का चाविंद्रा भारत में नहीं आता? डॉ. सुब्रतो दास ने कचरा जलाने के भयंकर दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए कहा कि प्लास्टिक आदि जलाने से कैंसर और अनेक प्रकार के श्वास रोग पैदा होते हैं जो बहुत ही घातक हो सकता है । उक्त पत्रकार परिषद में डंपिंग ग्राउंड से प्रभावित मनपा के प्राथमिक स्कूल क्रमांक 46 और 93 के तीन छात्र भी उपस्थित थे । छात्रों ने बताया कि वह दूषित वातावरण के चलते हर दो-तीन माह में बीमार हो जाते हैं । डंपिंग ग्राउंड की दुर्गंध, मक्खियों और मच्छरों से उनका बुरा हाल है । इतना ही नहीं बरसात के मौसम में में पूरा कचरा व मलयुक्त पानी बहकर स्कूल परिसर और कमरों में चला आता है जिससे हमारी स्वास्थ्य को धोका निर्माण होता है तथा हमारी शिक्षा भी प्रभावित होती है । उक्त पत्रकार परिषद में स्कूल के डेढ़ सौ छात्रों द्वारा उनके द्वारा लिखे गए प्रधानमंत्री के नाम का पत्र भी दिखाया गया है, छात्रों ने भावूक होकर सरकार के समक्ष प्रश्न प्रस्तुत किया है कि क्या स्वच्छ भारत अभियान का स्वप्न साकार होगा या हमारा जीवन बर्बाद होगा । उक्त पत्रकार परिषद में धर्म राज्य पार्टी के विक्रांत कर्णिक , डॉ . सुब्रतो दास, नरेंद्र पारकर , संजय दलवी और केशव म्हात्रे आदि उपस्थित थे।