सुमित शर्मा की रिपोर्ट :
बरेली : यूपी बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है। विद्यार्थी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। ऐसे में शहर से लेकर देहात तक धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों का शोर बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। इसका सीधा असर बच्चों की परीक्षा की तैयारियों पर पड़ रहा है। उसके अलावा सहालग चल रही है। विवाह समारोह में भी आधी रात तक डीजे बज रहे हैं। बताते चलें कि हाईकोर्ट ने धार्मिक स्थालों पर भी 55 डेसीबल से ज्यादा वाले लाउडस्पीकर बजाने पर पाबंदी लगा दी है। इसके बावजूद अफसर हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं करा रहे।
बच्चों की पढ़ाई प्रभावित: धार्मिक आयोजनों में लाऊडस्पीकर व डीजे का शोर इतना अधिक होता है कि हर वर्ग के लोग इससे परेशान होते हैं। कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में शोर होने से अभिभावक भी चिंतित हैं।
स्वास्थ्य पर भी असर
इधर शादी-विवाह और धार्मिक कार्यक्रमों में बजते डीजे और बैंड-बाजों के शोर ने छात्र-छात्राओं को परेशान कर रखा है। अब समस्या यह है कि छात्र अपनी परीक्षा की तैयारियां कैसे करें? शोर की वजह से बच्चों की नींद पूरी नहीं हो पा रही हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है।
ध्यान नहीं दे रहे अफसर
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक ध्वनि विस्तारक यंत्रों से उत्पन्न होने वाले शोर दिन में 65 डेसीबल व रात १० बजे तक 55 डेसीबल से ज्यादा नहीं होना चाहिए। बावजूद इसका पालन नहीं किया जा रहा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक डीजे नहीं बज सकता। विशेष परिस्थितियों व सक्षम प्राधिकारी की अनुमति लेकर ही डीजे बजाया जा सकता है। इसमें भी कई शर्तें लागू होती हैं। वजूद आधी रात तक डीजे बजते रहते हैं।