मुंगेर से सैफ अली की रिपोर्ट:
मुंगेर में आठ करोड़ की लागत से बना हवाई अड्डा अपराधियों का सेफजोन बन गया है। सपनों की उड़ान की जगह हवाई अड्डा में आपराधिक गतिविधियां परवान चढ़ रही है। 24 मई 2016 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई अड्डा के लाउंज और रनवे का उद्घाटन किया था। उस समय यह उम्मीद बंधी थी कि अब मुंगेर भी हवाई सेवा से जुड़ जाएगा। लेकिन, उम्मीदें धीरे धीरे निराशा में बदलने लगी है। हवाई अड्डा के रनवे को बने दो साल से अधिक होने को है। हवाई सेवा शुरू होने से पहले ही लाउंज भवन क्षतिग्रस्त होने लगा है। वहीं, रनवे वाहन परिचालन सीखने के इच्छुक लोगों का अघोषित प्रशिक्षण केंद्र बन गया है। इसके अलावा रन वे पर जुगाड़ गाड़ी, ठेला आदि को आराम से जाते देखा जा सकता है। इस कारण रनवे क्षतिग्रस्त भी होने लगा है। दूसरी ओर हवाई अड्डा से कई बार अवैध हथियार और कारतूस के साथ तस्करों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे स्पष्ट है कि मुंगेर के हवाई अड्डे से सपनों की उड़ान भले ही शुरू नहीं हुई हो, लेकिन अपराध जरूर परवान चढ़ रहा है। मुंगेर में बना हवाई अड्डा तकरीबन 90 वर्ष पुराना है। जिसके जीर्णोद्धार के लिए बिहार भवन निर्माण निगम ने आठ करोड़ की राशि दी थी । जिला प्रशासन ने दिन रात एक कर 890 मीटर का रनवे तैयार कराया। लेकिन आज ये रनवे नज़दीक के ग्रामीणों के लिए खेलने और टाइमपास का अड्डा बन गया है । जहां एक तरफ बच्चे यहां बने लाउंज में खेलते नजर आते है। वहीं, कई बार पुलिस ने हवाई अड्डा से हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है ।
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मुंगेर के विधायक विजय कुमार विजय ने कहा कि एयरपोर्ट लाउंज बनने से पहले ही सरकार और जिला प्रशासन को बताया गया था कि ये अपराधियों का गढ़ है। जब तक पूरी सुरक्षा व्यवस्था नहीं होगी, इस लाउंज का फायदा जनता को नहीं मिलेगा । मुंगेर से हवाई सेवा शुरू करने के लिए मैंने नगर विमानन मंत्रालय को भी पत्र लिखा