सुनील गुप्त की रिपोर्ट
नौगढ़ चन्दौली ग्राम्या संस्थान के बैनर तले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को ब्लॉक सभागार में सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मा ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया।
तत्पश्चात लालतापुर की बालिकाओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत की।इसके बाद संस्थान की सचिव बिंदु सिंह ने बताया कि आज महिलाएं अपना दिन मनाने के लिए इकट्ठा हुई हैं। आज का दिन दुनिया के हर क्षेत्र में महिलाओं के प्रति सम्मान प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए उनकी हर क्षेत्र में स्थापित उपलब्धियों को याद किया जाता है। 1907 में न्यूयॉर्क में 15000 महिलाओं ने नौकरी के घंटे कम करने व बेहतर वेतन और कुछ अन्य अधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन किय।एक साल बाद सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने इस दिन को पहली राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया। 1910 के अंतर्राष्ट्रीय कोपेनहेगन सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का दर्जा मिला। तब से पूरी दुनिया में आज के दिन महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। संस्थान की पद्मा सिंह ने कहा कि महिलाएं आज किसी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं ।हमारे देश में लड़कों एवं लड़कियों को पढ़ने लिखने व हर जगह बराबर मौका दिए जाने की जरूरत है तभी स्वस्थ एवं हिंसा मुक्त समाज का निर्माण होगा और इसके साथ साथ ही वर्तमान राजनीति को भी समझना होगा ।कठपुतली के माध्यम से महिला हिंसा पर पपेट शो करके लोगों को जागरुक किया गया संस्थान द्वारा तेंदुआ, मझगावॉ, नवर्दापुर, बसौली, लालतापुर सहित 30 गांव का महिला हिंसा पर सर्वेक्षण किया गया था जिसमें बताया गया कि अभी भी लगभग 65% महिलाओं पर पुरुषों द्वारा शारीरिक व मानसिक हिंसा की जाती है जिसमें बदलाव की आवश्यकता है कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना की मुख्य सेविका इंदु बाला व मुन्नी देवी , प्यारी देवी, लक्ष्मीना, रामआशिष, अमरजीत,एवं पन्नालाल आदि लोगों ने अपना विचार रखा एवं गोलाबाद, लौवारी, बाघी, मझगाई सोनवार डुमरिया गांव से संगीता मोहन, रामबली, रामविलास, बच्चालाल, भगवानी, कुमारी, रामरति, रेखा, शशिकला, मंजू सहित कुल 300 लोगों ने भागीदारी किया। कार्यक्रम का संचालन नीतू सिंह ने किया।