प्रवीण मिश्रा की रिपोर्ट
श्रावस्ती वरिष्ठ कोषाधिकारी गिरीश कुमार ने ई-कुबेर पोर्टल के माध्यम से ट्रान्जेक्सन किये गये जो सफल रहा। वरिष्ठ कोषाधिकारी ने बताया कि ई-कुबेर देश भर के प्रत्येक बैंक के लिए एक ही चालू खाते का प्रावधान प्रदान करता है, जहां से कहीं भी इस खाते में पोर्टल आधारित सेवाओं का सुरक्षित तरीके से उपयोग किया जाता है। ई-कुबेर संचालन की आसानी को सक्षम बनाता है। ई-कुबेर के माध्यम से बैंकों द्वारा राजस्व संग्रह को समेकित करने की क्षमता इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के उच्च स्तर की ओर बढ़ने के अलावा सरकार के वित्तपोषण में बेहतर लचीलापन की संभावना प्रदान करती है। ई-कुबेर प्रणाली बैंकों और वित्तीय संस्थानों के विशेष उपयोग के लिए एक बंद उपयोगकर्ता समूह नेटवर्क है और राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली के लिए संचार रीढ़ की हड्डी है, इसे कोर बैंकिंग सिस्टमों में से एक माना जाता है, जो मुख्य रूप से इंटर-बैंक अनुप्रयोगों जैसे रीयल टाइम सकल निपटान (आरटीजीएस), डिलिवरी वीएस भुगतान, सरकारी लेनदेन, स्वचालित समाशोधन हाउस, आदि है। मंगलवार को कोषागार में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ कोषाधिकारी गिरीष कुमार ने बताया कि सभी आहरण वितरण अधिकारी बैनीफिशियर्स का बैंक खाता, आईएफएस कोड की अनिवार्य रूप से जांच कर आहरण वितरण अधिकारी पोर्टल के द्वारा ही बिल तैयार कर भुगतान विवरण सहित कोषागार में प्रस्तुत करेंगे। अधिकारियों द्वारा इलाहाबाद बैंक साइट पर अब कोई कार्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ई-कुबेर व्यवस्था लागू होने से इलाहाबाद बैंक को कमीशन चार्ज के रूप में दी जाने वाली धनराशि की बचत होगी। इस बचत हुई धनराशि द्वारा सरकार अनेक विकास कार्य कराएगी। रिजर्व बैंक द्वारा भुगतान की सूचना भुगतान के दिनांक को ही अनिवार्य रूप से कोषागार को प्राप्त करा दी जाएगी। इस मौके पर सहायक कोषाधिकारी इन्द्र भवन , अवधेश कुमार यादव, अनूप कुमार द्विवेदी तथा निर्वाचन कार्यालय के वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार श्रीवास्तव एवं अन्य स्टाफ भी उपस्थित रहे ।