प्रवीण मिश्रा की रिपोर्ट :
श्रावस्ती : सूबे की योगी सरकार भू माफियाओ पर नकेल कसने हेतु भले ही एन्टी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर दिया हो,परन्तु यह टास्क फोर्स भी भू-माफियाओ पर नकेल कसने में अब नाकाम साबित हो रही है। आलम यह है कि श्रावस्ती जिले के कमजोर वर्ग व गरीबों की जमीन पर अब भी भू-माफिया जबरन कब्जा कर रहे है,लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है, जिससे भू स्वामी न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं।
मामला श्रावस्ती जिले के थाना इकौना क्षेत्र के ग्राम खेर बनकटी इकौना देहात का है, जहां पर एक गरीब बुजुर्ग युवक कय्यूम खान पुत्र छोटू की गाटा संख्या 723क रकबा 0.024 हेक्टेयर जमीन को एक दबंग जबरन डरा धमकाकर अवैध कब्जा करने की नियत से मिट्टी डालकर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है,जिसकी जिलाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक फरियाद पहुंचा चुके गरीब बुजुर्ग युवक को न्याय नहीं मिल पा रहा है। जबकि इकौना तहसीलदार व क्षेत्रीय लेखपाल भी उक्त भूमि पर मालिकाना हक पीड़ित बुजुर्ग युवक का ही बता रहे है। फिर भी अपनी ही जमीन को बचाने के लिए बुजुर्ग युवक को तहसील व थाने का चक्कर काटना पड़ रहा है। क्योकि अधिकारी सिर्फ कोरा आश्वाशन ही देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे है। मौके पर मुआयना करने कोई नही जा रहा है। सूत्रों की माने तो उक्त अवैध कब्जा करने वाला दबंग युवक स्थानीय सत्ता पक्ष के नेताओ का करीबी है जिससे पुलिस भी उसपर कार्यवाही करने से कतरा रही है।
गौरतलब है कि प्रदेश में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश के भू-माफियाओं पर नकेल कसने के लिए बड़े जोर-शोर से एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था, लेकिन ऐसा लगता है यह टास्क फोर्स भी दूसरे टास्क फोर्सों की तरह फेल होती नज़र आ रही है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन गरीब बुजुर्ग युवक को न्याय दिलाने के लिए इस दबंग भू-माफिया से कैसे निपटेगी? इस सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक श्रावस्ती से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि इस मामले में उक्त पीड़ित पक्ष द्वारा मुझसे संपर्क नही किया गया, जिससे यह मामला मेरे संज्ञान में नही था। आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। तुरन्त स्थानीय थाना पुलिस को मौके पर भेजकर जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी करायी जायेगी।