बालमुकुन्द रायक्वार की रिपोर्ट
बुन्देलखण्ड के झांसी में आज एक ग्रामीण ग्रामीण मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार लखनऊ द्वारा झांसी के राजकीय संग्रहालय में ग्रामीण मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला का उद् घाटन झांसी मण्डलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 ड0 जेबी वैशम्पायन, केन्द्रीय कृषि विश्वविदथ के डीन प्रो0ड0 एस के चतुर्वेदी,प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी /प्रभारी जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुन्डे सदर विधायक पं रवि शर्मा,मेयर रामतीर्थ सिंघल विधायक जवाहर लाल राजपूत दैनिक जागरण के निदेशक यशोवर्धन गुप्त सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों अधिकारीयों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया कार्यशाला का उद् घाटन करते हुए मण्डलायुक्त कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा पत्रकारों को सच्चाई उजागर करनी चाहिए लेकिन खबरों को लिखते समय संतुलन भी बनायें रखना चाहिए और उन्होंने कहा कि अगर योजनाओं में कोई खामी पाई जाती है तो उसे उजागर करने से पहले पत्रकार उसके बारे में संबंधित अधिकारी का पक्ष भी जान लें। और मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं से पत्रकारिता के क्षेत्र में निश्चित रूप से नये मापदंडों की स्थापना होगी।
और इसका सीधा फायदा समाज के पिछड़े और कमजोर तबके के लोगों को मिलेगा। कुलपति प्रो0 डॉ0 जे0 वी0 वैशम्पायन ने कहा कि पत्रकारिता के सामने सामाजिक सरोकारों को लेकर एक बड़ी चुनौती खड़ी है और मीडिया से जुड़े लोगों को इस चुनौती से निपटने के लिए जानकारी के क्षेत्र में अधतन करना होगा। और खुद को जमीनी हकीकत से जोड़ना होगा। और शोशल मीडिया की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी विश्वसनीयता पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है और जो मेन स्ट्रीम मीडिया है उसे अपनी साख को बनाये रखने के लिए सतत जागरूक रहने की आवश्यकता है।
सदर विधायक पं0 रवि शर्मा ने कहा कि पत्रकारों को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अपनी लेखनी से इस जानकारी को समाज के अन्तिम आदमी तक पहुचायेगें। और कहा कि सरकार ने लोगों के कल्याण को ध्यान में रखकर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किए हैं। जानकारी के आभाव में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग इसका फायदा नहीं उठा पाते हैं इस सन्दर्भ में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।
गरौठा विधायक जवाहर राजपूत ने कहा कि लोगों को रोजगार मुहैया कराने के मकसद से सरकार ने कौशल विकास जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं और किसान की आय को दो गुना करने के लिए कृषि के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रारंभ किए हैं और मीडिया इनकी जानकारी देकर समाज में एक बड़ी क्रांति ला सकती है।
महापौर रामतीर्थ सिंघल ने कहा कि पत्रकारिता एक व्यवसाय नहीं एक मिशन है और इसे इसी रुप में लेना चाहिए और कहा कि कई बार पत्रकार चुनौतियों के सामने हथियार डालते दिखाई देते हैं यह उचित नहीं है स्वतंत्रता आन्दोलन के समय पत्रकारों ने जिस जोश से काम किया था आज उसकी नितांत आवश्यकता है।
द्वितीय सत्र में यशोवर्धन गुप्त ने कहा कि पत्रकारिता को मानक के रूप में स्थापित करना समय की बड़ी चुनौती है। उन्होंने मीडिया के कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों को एक नई दिशा मिलेगी। इसी प्रकार बेसिक शिक्षा अधिकारी हरबंस कुमार, लीड बैंक के वित्तीय सलाहकार बी0 बी0 लाल श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार श्याम बाबू, स्वच्छता सलाहकार सन्तोष प्रजापति, डॉ0 अभिषेक गोस्वामी, डीन प्रे0 डॉ0 एस के चतुर्वेदी ने कार्यशाला में अपने अपने विचारों को व्यक्त किया।
इससे पहले पत्र सूचना कार्यालय लखनऊ के उप निदेशक मीडिया डॉ0 श्रीकांत श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया और विषय की स्थापना की। और पत्र सूचना कार्यालय लखनऊ के ही अपर महानिदेशक रीजन अरिमर्दन सिंह ने कहा ग्रामीण मीडिया कार्यशाला अपने उद्देश्यों में तभी सफल होगी जब प्रतिभागी पत्रकार यहां से प्राप्त जानकारी को समाज के अन्तिम आदमी तक यथावत पहुचाने की कसौटी पर खरे उतरेंगे। इस कार्यशाला में जनपद के ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों पत्रकार उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन नीति शास्त्री ने किया और अन्त में आभार कार्यक्रम के प्रभारी विकास कुमार शर्मा ने व्यक्त किया।