लोकपति सिंह की रिपोर्ट
सैदूपुर चन्दौली प्राथमिक विद्यालय प्रथम के एक कक्ष में इन दिनों कूड़े का अंबार लगा हुआ है। कक्ष में कूड़ा करकट भरे रहने से बरसात के समय इन दिनों उसमें सड़न पैदा हो रहा है। विद्यालय में प्रवेश करने वाले लोगो को सबसे पहले दुर्गंध का शिकार होना पड़ता है। शिकायत के बाद भी प्रधानाध्यापक ने विद्यालय कक्षा की गंदगी को सफाई कराने के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई।
वर्ष 1919 में स्थापित शहाबगंज विकासखंड का यह विद्यालय पठन-पाठन के मामले में कभी सुर्खियों में रहा है। यही कारण है कि जब सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई का फरमान शासन ने जारी किया तो विकासखंड के 5 प्राथमिक विद्यालय में सबसे पहले सैदूपुर प्राथमिक विद्यालय प्रथम का चयन किया गया। अंग्रेजी माध्यम के शिक्षा मिल रहे इस विद्यालय में एक कक्षा की दुर्दशा देखते ही बनती है। कभी इस कक्ष एवं उसके बरामदे में 50 से 80 बच्चे बैठ कर पढ़ाई करते थे। वहीं आज उसी कक्ष में कूड़े करकट का अंबार लगा हुआ है। इतना ही नहीं विद्यालय के गेट के समीप बरसात के इन दिनों में गेट पर पानी भरा हुआ है। कूड़े-करकट कीचड़ एवं जलजमाव से विद्यालय का हालत दयनीय बना हुआ है। प्रधानाध्यापक गफ्फार अंसारी का कहना है कि विद्यालय में इस वक्त पर्याप्त कमरे मौजूद हैं।गंदगी से पटा हुआ कमरा अतिरिक्त है। जिसके कारण इसके सफाई की कोई जरूरत नहीं समझी जाती।