मुजफ्फरपुर : बिहार के जनपद मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में नाबालिक लड़कियों के साथ हुई दरिंदगी के मामले में रोज़ नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में अब तक जो खुलासे हुए हैं, उनके मुताबिक बालिका गृह के 29 लड़कियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है। 3 लड़कियों का गर्भपात कराया गया है वहीं 3 लड़कियां गर्भवती हैं। सभी पीड़ित लड़कियां 7 से 14 साल के बीच की हैं। बिहार सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।
इस मामले में लड़कियों ने पॉक्सो कोर्ट में जज के सामने अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि उन्हें सताया जाता, भूखा रखा जाता, ड्रग के इंजेक्शन दिए जाते और लगभग हर रात को उनका बलात्कार किया जाता था। ज्यादातर लड़कियों ने ब्रजेश ठाकुर पर बलात्कार का आरोप लगाया है। ब्रजेश ठाकुर सेवा संकल्प और विकास समिति एनजीओ का संचालक हैं। यही एनजीओ मुजफ्फरनगर में बालिका गृह का संचालन करती है। पीड़ित लड़किया ठाकुर से बहुत ज्यादा नफरत करती हैं।
एक 10 साल की बच्ची ने कहा, ‘उसका बलात्कार करने से पहले उसे ड्रग दिया जाता था। जागने पर उसे अपने निजी अंगों में दर्द महसूस होता था। प्राइवेट पार्ट में जख्म होता। मैंने किरण मैम को इस बारे में बताया लेकिन उन्होंने नहीं सुना।’ 7 साल की मासूम ने कोर्ट को बताया कि जो कई भी मालिक के खिलाफ बोलता था उसे बांस की छड़ियों से पीटा जाता था। इस मामले में पुलिस ने ब्रजेश ठाकुर, नेहा कुमारी, किरण कुमारी सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।