चकिया चन्दौली सावित्री बाई फुले स्नाकोत्तर महाविद्यालय में संकाय वृद्धि के लिए वर्षो से संघर्ष करते आ रहे संकाय वृध्दि संघर्ष मंच के लोग राजनेताओ के आश्वासन को अपने कलेजे में दफन कर आज भी संकाय वृद्धि के अपने सपने को संजोए हुए है।बता दें कि यहा छात्र छात्राओ को केवल कला संकाय की ही शिक्षा दी जाती है वही संकाय वृद्धि संघर्ष मंच के लोगो की मांग है कि जिन छात्रो को विज्ञान संकाय,वाणिज्य संकाय,विधि संकाय की शिक्षा अर्जित करनी होती है वे या तो धन के अभाव में यही अपने अरमानो का गला घोट कर कला संकाय की शिक्षा लेने पर विवश हो जाते है अथवा गरीबी में मन चाही शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाहर जाते है ऐसे में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पडता है।बताया गया कि स्नातक महाविद्यालय की स्थापना सन् 1978ई०में हुई थी,प्रारम्भ में इस महाविद्यालय मे सिर्फ स्नातक की ही शिक्षा दी जाती थी,जब मा०राजनाथ सिंह2001में मुख्यमंत्री बने तब सावित्री बाई फुले राजकीय महाविद्यालय में पांच विषयों से स्नाकोत्तर कोर्स प्रारम्भ किया गया,जिसे नक्सल क्षेत्र का एक मात्र राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय भी कहा जाता है,जिसे दो वर्ष पहले “नैक टीम”द्वारा स्नाकोत्तर महाविद्यालय के निरीक्षण के बाद “बी”ग्रेड भी प्रदान किया गया,यह महाविद्यालय नैक से ग्रेड प्राप्त करने वाला जिले का एक मात्र स्नाकोत्तर महाविद्यालय भी है।इस महाविद्यालय में समय समय पर संकाय वृद्धि के लिए संघर्ष मंच के मिथिलेश पाण्डेय व राजू वर्मा के नेतृत्व मेंअभियान चलाया जाता रहा है,इन लोगो के द्वारा इसके लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उच्चत्तर शिक्षा विभाग डा०महेन्द्र नाथ पाण्डेय,सांसद छोटे लाल खरवार व स्थानीय विधायक शारदा प्रसाद को बाकायदा ज्ञापन भी दिया जाता रहा है,नेताओ के तरफ से संकाय वृद्धि संघर्ष मंच के लोगो को आश्वासन भी दिया गया है इस दौरान सरकार के मंत्रियों ने कहा भी की प्रदेश मे सरकार अगर भाजपा की बनती है तो आप लोगो की समस्याओं को हल कर दिया जायेगा परन्तु प्रदेश में भी सरकार बने करीब एक वर्ष से उपर हो गये लेकिन समस्याएं सुलझ नही पायी जिससे यहां के छात्र निराश होने लगे है,इस विषय में वर्तमान छात्र उमेश गुप्ता ने कहा कि हम सावित्री बाई फुले महाविद्यालय में स्नातक के छात्र है हम बीएसी करना चाहते थे हमारे पास इतने पैसे नही थे कि हम बाहर जाकर मनचाही शिक्षा ले सके,रजनीकान्त त्रिपाठी ने बताया कि महाविद्यालय करीब 30वर्षो से स्थापित है लेकिन इसमे सिर्फ कला संकाय होना दुर्भाग्यपूर्ण है,राजू वर्मा ने कहा कि संकाय वृद्धि के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह युवा संम्मेलन मे वायदा करके गये है हमें उम्मीद है कि वे जल्दी ही अपने द्वारा कहीं बातो को अमल मे लायेंगे वही मिथिलेश पाण्डेय ने इस सम्बन्ध मे बताया कि चकिया का यह महाविद्यालय जिले का एकमात्र महाविद्यालय है जिसे नैक से ग्रेड बी का दर्जा प्राप्त है,इसमे संकाय वृद्धि के लिए हम लोगो का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक इस महाविद्यालय को संकाय वृद्धि की मंजूरी नही मिल जाती।
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