त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट
वाराणसी रोहनिया-ट्रांसपोर्ट नगर मोहनसराय, बैरवन स्थित गांव में शनिवार को सुबह 7 बजे किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय “मुन्ना” के नेतृत्व में किसानों ने “किसान संकल्प मार्च” निकाला। मार्च में किसानों से वादा खिलाफी बन्द करो मोदी योगी शर्म करो, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के आधार पर मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना रद्द कर किसानों का सरकारी अभिलेखों में नाम दर्ज करो , भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के आधार पर रिंग रोड फेज2 में किसानों को सर्किल रेट का चारगुना मुआवजा एवं पुनर्वास की व्यवस्था दो इत्यादि नारे लगाते हुये बैरवन से कन्नाडाड़ी,मिल्कीचक होते हुये मोहनसराय पहुँचकर किसान संकल्प सभा में तब्दील हो गया।
मार्च एवं सभा की अध्यक्षता करते हुये किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के खण्ड 24 धारा 5(1) के प्रावधान के तहत किसान विरोधी मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना रद्द कर किसानों का नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज कर भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का पालन सुनिश्चित करने की जगह वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा लगातार भ्रामक एवं दोहरा बयान देने से किसान विचलित हैं।जिला प्रशासन लगातार किसानों की वैधानिक माँगों की उपेक्षा कर किसानों के हक अधिकार पर कुठाराघात कर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में खुलेआम कानून की धज्जीयाँ उडायी जा रही हैं। जिसका मुंहतोड़ जबाब मजदूर और किसान देंगें।
सर्वसम्मति से तय हुआ कि “गाँव बन्द” किसान अन्दोलन के समर्थन में अन्तिम दिन 10 जून को रिंग रोड फेज 2 से प्रभावित गावों के संकल्प मार्च में भारी संख्या में लोहरा पुर से रखौना तक मार्च में किसान शामिल होंगें।कल सुबह 7 बजे लोहरापुर से शुरू होगा। किसान संकल्प मार्च तथा हरदासपुर में सुबह 9बजे होगी”किसान संकल्प सभा ” जिसमें विभिन्न सामाजिक एवं किसान संगठनों के किसान प्रतिऩिधि शामिल होंगें।
किसान संकल्प मार्च एवं सभा की अध्यक्षता किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय “मुन्ना”, संचालन मेवा पटेल एवं धन्यवाद प्रेषित प्रेम शाह ने किया।
मार्च एवं सभा में प्रमुख रूप से दिनेश तिवारी, विटना देवी, विजय गुप्ता, सुरेन्द्र डाक्टर, शकुन्तला देवी, मन्जू पटेल, सुनीता, सीमा, फूलपत्ती, राहुल सिंह, रवि कुमार, सुन्नर राम, विजयी पटेल, सियाराम पटेल, सहित इत्यादि किसान शामिल थे।