उमेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट
जगदीशपुर अमेठी – सरकार द्वारा गरीबो को आवास मुहैय्या कराने का जारी फरमान दलालो के चंगुल में फसकर भ्रस्टाचार के भेंट चढ़ गया।पात्र वंचित तो अपात्रो को लाभ मिलकर अधिकांश अधूरे पड़े आवास जहाँ छत भी नही पड़ सकी।जर्जर अवस्था मे खंडहर होकर पंछियो का बसेरा बन गया।जिम्मेदार अधिकारी कमीशन काटकर कार्य की इतिश्री कर दिया।
जगदीशपुर विकास खण्ड के 71 ग्राम पंचायतों में सरकार द्वारा दिये गए प्रधानमंत्री आवास जिनका चयन करने में घोर धांधली जारी है।चुनावी रंजिश को लेकर ग्राम प्रधान पात्रो को योजना का लाभ न देकर अपने चहेतों को देने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया।वही इसके बदले में 20 से 25 हजार तक लाभार्थी से कमीशन के रूप में धन उगाही करते रहे।लाभार्थीयो की मानें तो इसकी शिकायते जिला स्तर तक करने के बाद भी मामला दबा दिया जाता रहा।नइरामणि आवास ठेकेदारी प्रथा द्वारा तैयार कराए गए।जिनका पैसा की पूरी किस्तनिकल गई।परंतु कुछ आवासों की हालत देखते ही बनती है आलम यह है कि घटिया सामग्री द्वारा मानक के विपरीत बनाये अधिकांस आवासों में छत तक नसीब नही हो सकी ।वास्तब अपात्र होने के चलते इन लोगो के पक्के मकान ठन्थना रहे है।शायद इसी वजह से आवास की जरूरत ही किया है पैसा तो मिल ही गया है गौर तलब हो कि बेघर गरीब पात्र लोग जो आज भी झोपड़ी में रहने को मजबूर है।उन्हें इस कारण आवास मुहैय्या नही कराए गए थे कि चुनाव के समय विरोधी खेमे में थे।हैरत की बात तो यह है कि अपने चहेतों को लाभ दिलाने के लिए ग्राम प्रधानों ने ऐसा खेल खेला की शासन को गुमराह कर कुछ ऐसे लोगो को आवास चयन कर दिया गया।जिन्हें पूर्व पंचवर्सिय में भी आवास मिल चुके थे।वही उन्ही लोगो को दोबारा योजना का लाभ वोट पक्के किए जा रहे है।वहीं प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ब्लाक में विभिन्न जगह धन उगाही के कई मामले सामने आये हैं लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।ताजा मामला जगदीशपुर ब्लाक के देवकली ग्राम सभा के मोहीउद्दीनपुर का है।तुफैल मोहम्मद निवासी मोहीउद्दीनपुर को लगभग आठ माह पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्रथम किश्त चालीस हजार रुपये मिली लेकिन दूसरी क़िस्त नही मिली जिस कारण आवास पर अभी तक छत नही पड़ सकी।वही तुफैल ने प्रधान व पंचायत सचिव पर दूसरी क़िस्त हड़पने का आरोप लगाया है।