नई दिल्ली : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के एलान और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। सोमवार को रालोसपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। हालाँकि अभी आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से भी अपना नात तोड़ सकते है और महागठबंधन में शामिल हो सकते है। इससे बिहार की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से रालोसपा अध्यक्ष कुशवाहा नाराज चल रहे थे। दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। इससे पहले रालोसपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था, “कुशवाहा आज भाजपा से अपनी राह अलग करने की घोषणा कर सकते हैं। वह केंद्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे देंगे।”
कहा जा रहा है कि रालोसपा विपक्ष से हाथ मिला सकती है जिसमें लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस शामिल हैं। वहीं कुशवाहा ने भी न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि आज होने वाली एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक में वह हिस्सा नहीं लेंगे। माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। उसके बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे।