राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट
संतकबीरनगर। आशा कर्मचारी यूनियन के नाथनगर ब्लाक इकाई की बैठक रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाथनगर पर हुई, जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को सुनिश्चित मानदेय दिए जाने व राज्य कर्मचारी घोषित करने की मांग को लेकर शीघ्र ही पुनः आंदोलन छेड़ने का एलान किया गया। आशा कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष सरोज यादव ने कहा कि विधान सभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में आशा कार्यकर्ताओं को सुनिश्चित मानदेय व राज्य कर्मचारी घोषित करने का वादा किया था, इसके लिए 120 दिन का समय मांगा था। प्रदेश में सरकार बने एक साल से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अभी तक सरकार ने वादा पूरा नहीं किया। इसी वजह से पिछले दिनों जिले में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ा। मुख्यमंत्री के सकारात्मक रूख अपनाया तो धरना स्थगित किया गया। गोरखपुर में आशा कार्यकर्ता अभी धरना दे रही है। सूबे के मुखिया से जब वहां के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की तो उनका व्यवहार ठीक नहीं था। यही नहीं गोरखपुर का प्रशासन लगातार आशा कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति की धमकी दे रहा है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में आंदोलन करने की रणनीति तैयार की जा रही है। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने सरकार से मांग किया कि वह आशा कार्यकर्ताओं से किए गए वादों को निभाएं, अन्यथा लोकसभा चुनाव में भाजपा का इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बैठक में ब्लाक संरक्षक कृष्णानंद वर्मा, ब्लाक अध्यक्ष कमलावती देवी, बिंदू देवी, माया देवी, प्रमिला देवी, लालमुन्नी, उर्मिला देवी, शोभावती, सरोज देवी, उर्मिला पांडेस, सुनीता देवी, कौशिल्या, अनीता, रेखा, मनभावती, सुधा देवी, किरन सहित तमाम आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।