नई दिल्ली : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी के खेमें में टेंशन का माहौल है। चुनावों में मिली करारी हार पर माथापच्ची जारी है, वहीँ आज हार पर बीजेपी आज मंथन करेगी। इस क्रम में पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी पदाधिकारियों, राज्य प्रभारियों और संगठन मंत्रियों के साथ राष्ट्रव्यापी बूथ योजना पर सात घंटे की समीक्षा करेंगे।
हर बूथ में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तीन महीने पूर्व पार्टी की दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रव्यापी बूथ योजना तैयार की गई थी। इसके अलावा इसी बैठक में मंगलवार को आए पांच राज्यों के नतीजे पर भी चर्चा होगी। खासतौर से पार्टी नाराज अगड़ों द्वारा बड़ी संख्या में नोटा को विकल्प के रूप में चुनने, किसान वर्ग के बीच बढ़ती नाराजगी और अचानक बढ़े कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सियासी कद के काट की रणनीति भी तैयार करेगी।
गौरतलब है कि खासतौर से पार्टीशासित राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में करीब 13 लाख मतदाताओं ने नोटा को विकल्प के रूप में आजमाया। इनमें से ज्यादातर भाजपा समर्थक मतदाता थे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर नोटा का इस्तेमाल कम होतो तो निश्चित रूप से न सिर्फ मध्यप्रदेश की सरकार बचती, बल्कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश की की तरह ही कांटे का मुकाबला होता।
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