नई दिल्ली – तकरीबन 1 साल पहले राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर चुना गया था, लेकिन अब सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर शुरु हो गया है। नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर CWC की वर्चुअल बैठक जारी है, जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता शामिल हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने अपनी बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद से इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होनें पार्टी नेताओं से विकल्प तलाशने को कहा है। सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सोनिया गांधी को अपना फैसला वापस लेने और पद पर बने रहने की अपील की है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राहुल गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष ना बनने के फैसले पर दोबारा मंथन करने की भी अपील की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी गई थी, जिसमें पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाये गये थे। सोनिया गांधी को लिखी गई इस चिट्ठी में कहा गया था कि नेतृत्व ऐसा हो जो सक्रिय हो और जमीन पर काम करता दिखे। चिट्ठी में कहा गया कि कांग्रेस का फिर उठ खड़ा होना लोकतंत्र के लिए जरूरी है, इसमें बीजेपी के उभार और उसे युवाओं को मिले समर्थन का जिक्र है। चिट्ठी में कहा गया है कि ब्लॉक स्तर से लेकर CWC का चुनाव फिर से हो और प्रभावी सामूहिक जिम्मेदारी वाला सिस्टम बने।
माना जा रहा है कि 2 हफते पहले लिखी गई इसी चिट्ठी के आधार पर सोनिया गांधी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है। वही सोनिया गांधी को लिखी गई इस चिट्ठी की टाइमिंग पर राहुल गांधी ने सवाल उछाये हैं। उन्होंने कहा कि आखिर यह टाइमिंग क्यों चुनी गई, जब राजस्थान और मध्य प्रदेश में हम लड़ रहे थे, जब सोनिया गांधी बीमार थीं, उस वक्त चिट्ठी क्यों लिखी गई। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी कहा कि कैसे कोई हाईकमान को कमजोर कह सकता है।
फिलहाल CWC की बैठक जारी है, जिसमें पार्टी नेतृत्व को लेकर चर्चा चल रही है। सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा और राहुल गांधी द्वारा राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष ना बनने के फैसले के बीच इस बार पार्टी अध्यक्ष, गांधी परिवार का न होकर कोई और हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस बार पार्टी अध्यक्ष पद की कमान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपी जा सकती है। अब देखना ये है कि किसके नाम पर पार्टी में आम सहमति बन पाती है।
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