राजेश पाल की रिपोर्ट
अमेठी : शुकुल बाजार विकासखंड के पूरे सुकुलन गांव में 14 मार्च से होने वाली तृतीय विशाल शिव शक्ति महायज्ञ के लिए विशाल कलश यात्रा निकाली गई जो शुकुल बाजार होते हुए रेछ घाट तक गई रेछ घाट से भक्तों ने कलश में जल भरकर महा यज्ञ स्थल पर स्थापित किया। इस कलश यात्रा में अंकुर शुक्ला राजन शुक्ला अशोक कुमार शुक्ला कुलदीप शुक्ला पंकज अरुण हरिप्रसाद शुक्ला हरिहर प्रसाद तिवारी सोमनाथ द्विवेदी शुभम शुक्ला टीम शिवाय गंगा सागर शुक्ला के साथ साथ सैकड़ों महिलाएं और भक्तगण शामिल हुई। बताते चलें कि 14 मार्च से शुरू होने वाली शिव शक्ति महायज्ञ 20 मार्च तक होगी तथा 20 मार्च को पूर्णाहुति है। कथा 23 मार्च को विशाल भंडारे का आयोजन है।
इस शिव शक्ति महायज्ञ में कल्पना नंद महाराज के मुखारविंद से भगवान शिव और शक्ति की लीलाओं का वर्णन किया जाएगा। सभी गांव वासियों के सहयोग से सार्वजनिक तृतीय विशाल शिव शक्ति महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। स्वामी कल्पना नंद महाराज ने बताया शिव, राम, कृष्ण, महावीर, बुद्ध और नानक के बिना भारत उस शरीर की तरह है, जिसमें कोई आत्मा नहीं। सिर्फ एक राम को निकाल देने से भारत का संपूर्ण धर्म और संस्कृति मरुस्थल की तरह हो जाता है। शिव या महादेवआरण्य संस्कृति जो आगे चल कर सनातन संस्कृति के नाम से जाने जाती है। सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है। धर्म के प्रमुख देवताओं में से हैं। वेद में इनका नाम रुद्र है।