अशोक कुमार जायसवाल की रिपोर्ट
चंदौली : सूबे में एक तरफ जहां पुलिस की छवि रिश्वत लेने और लाठियां भाजने की बनती जा रही है. वही पुलिस महकमे में कुछ ऐसे जांबाज पुलिसकर्मी भी हैं जिनके कार्यों से पुलिस महकमे का सर फक्र से ऊंचा हो रहा है. जी हां हम बात कर रहे हैं मुगलसराय जीआरपी में तैनात दो ऐसे जांबाज कांस्टेबल की जो न सिर्फ अपने खाकी की मान रखते हैं बल्कि मानवता की कसौटी पर भी दोनों खरे उतरते हैं। जीआरपी मुगलसराय में तैनात दो कांस्टेबल की अभिषेक पांडे और नीरज सिंह. इन दोनों ने वह कारनामा कर दिखाया है. जिसके कारण उन्हें पुलिस महकमे से तो शाबाशी मिल ही रही है.साथ ही चंदौली जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी उन्हें सम्मानित किया.
आप यूपी के किसी भी जनपद में हो और आपके किसी मित्र या परिजन को अचानक खून की आवश्यकता है तो आप जरा भी ना घबराइए. क्योंकि आपको खून देने के लिए तैयार है मित्र पुलिस.जी हां चंदौली जिले के मुगलसराय जीआरपी में तैनात अभिषेक पांडे को जब कुछ वर्ष पहले बेटे की बीमारी में खून के लिए दर दर भटकना पड़ा तो अभिषेक पांडे ने उसी दौरान प्रण लिया की वह एक ऐसी टीम गठित करेंगे जो उत्तर प्रदेश के किसी भी कोने में किसी भी गरीब असहाय को खून की आवश्यकता हो तो तत्काल वहां पहुंचकर उन्हें रक्त प्रदान कर उनकी जान बचाने में सहयोग करेगा.उनका ये अभियान रंग लाया और उनका मित्र पुलिस का ये अभियान देखते ही देखते पूरे यूपी में फैल गया. फलस्वरूप यूपी के हर जिले से कई पुलिसकर्मियों को इस ग्रुप में जोड़ कर यूपी में कहीं भी किसी अनहोनी में अगर रक्त की जरूरत पड़ती है तो यह मित्र पुलिस वहां पहुंचकर रक्तदान करते हैं. जिससे अब तक सैकड़ो लोगों की जान बचाने में यह पुलिसकर्मी सफल हुए हैं.
वही रेलवे में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए मुगलसराय जीआरपी ने भी एक मुहिम छेड़ी और जीआरपी ब्लड डोनेट नामक WhatsApp ग्रुप बनाकर. इसमें तमाम ऐसे पुलिसकर्मियों को जोड़ लिया जो पुलिस महकमे का नाम रोशन कर रहे हैं. रेलवे में आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं जिससे कई लोगों की जानें भी चली जाती हैं. कुछ लोगो की जाने इस कारण चली जाती हैं कि उन्हें समय से रक्त नहीं मिल पाता है. इस कमी को पूर्ण करने के लिए सीओ जीआरपी के देखरेख में जीआरपी का यह ग्रुप चल रहा है. जो कहीं भी रक्त की जरूरत पड़ती हो तो वहां इस ग्रुप के सदस्य पहुंचकर तत्काल रक्तदान करते हैं. इस प्रयास में इन्होंने अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाया है और आगे भी लोगों की सहायता करने के लिए यह ग्रुप तत्पर है. जिसके लिए इन्होंने फेसबुक और ट्विटर पर भी एकाउंट बना रखा है।