त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट :
वाराणसी : आज 1 मई को सुबह 10 किसान खेत मजदूर कांग्रेस उत्तर प्रदेश के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय “मुन्ना” के नेतृत्व में नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सर पर कफन बांध कर आए किसानों के प्रतिनिधि मण्डल से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मुलकात की। किसानों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के सेक्सन 24 धारा 5 (1) जिसमें स्पष्ट प्रावधान है कि योजना पाँच वर्ष में विकसित होकर लागू नही होती है, तो स्वत: निरस्त मानी जायेगी के आधार पर किसान विरोधी मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना जिसको कानून के आधार पर रद्द हो जाना चाहिये, लेकिन भाजपा सरकार नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में किसानों की जमीन कानून के प्रावधान को ताक पर रखकर लगातार कब्जा की साजिश रच कर भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून का गला घोंटना चाहती है। प्रभावित वाराणसी के किसानों की समस्या जो बीसों वर्षों से लम्बित है की मजदूर दिवस पर किसानों का मजदूरों से बदतर उक्त हालात पर चर्चा करते हुये राहुल गाँधी ने किसानों द्वारा अपने सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खून से लिखा मार्मिक खत देखा।
प्रतिनिधि मण्डल का संचालन कर रही उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव श्वेता राय ने बताया कि 30 अप्रैल को 85 वर्ष के बुजुर्ग बद्री यादव ने अपना खून निकालकर पाती लिखा है। श्वेता राय ने बताया कि, वाराणसी में बीसों दिनों से किसानों ने खून से लिखा ख़त प्रधानमंत्री, वाराणसी के अपने सांसद के संसदीय कार्यालय को देने गये तो मोदीजी के वाराणसी कार्यालय प्रभारी ने पुलिस के बल पर किसानों को बलपूर्वक भगा दिया। शान्ति पूर्वक गाँधीवादी तरीके से अपने हक अधिकार की माँग कर उक्त सवाल पर वार्ता करने गये किसानों की प्रताड़ना से विचलित किसान जो लगभग बीसों दिनों से अपने खून से खत लिखकर अपनी जमीन को बचाने के लिये लगातार संघर्ष के बावजूद अपने सांसद के तरफ से कोई संवेदना नहीं व्यक्त होने से दुखी व संकल्प के साथ वाराणसी से कफन बाँधकर आये किसानों ने जब बताया कि या तो हम अब अपनी जमीन में दफन हो जायेंगें या जमीन पर भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के आधार पर अपना नाम दर्ज कराकर ही दम लेंगें, तब उनकी बात सुनने के बाद किसानों के खून से लिखे खत और सर पर कफन बँधी पगड़ी को बार-बार निहारते हुये राहुल गाँधी के आँखों में आँसू आ गए। राहुल गांधी भावुक हो गये और कहा कि अब वाराणसी ट्रान्सपोर्ट नगर के किसानों की लड़ाई कांग्रेस पार्टी लड़ेगी। खून से खत लिखने के बावजूद संवेदना व्यक्त नहीं करने वाला निश्चित ही क्रूर है। उन तक बात पहुँचाने के लिये खून बहाने और कफन की बात नहीं समझ में आयेगी, क्योंकि उनकी बुनियाद क्रूरता और कट्टरपन पर पड़ी है।
किसान नेता विनय शंकर राय मुन्ना ने राहुल गाँधी को वाराणसी में रिंग रोड में किसानों की जमीन का मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के आधार पर नहीं देने की बात बतायी, क्योंकि रिंग रोड में किसानों को सर्किल रेट के हिसाब से मुआवजा नहीं दे कर किसानों के साथ भाजपा सरकार धोखा कर रही है। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में पौराणिक महत्व वाले मन्दिरों के साथ गंगा के अस्तित्व पर आये संकट के सन्दर्भ में एवं ठेला पटरी व्यवसायियों को असंवैधानिक तरीके से उजाड़ने के मुद्दे को विस्तृत तरीके से श्वेता राय ने बताया।
राहुल गाँधी ने कहा कि, अब वाराणसी से व्यापक लड़ाई का विगुल बजाने का वक्त आ गया है क्योंकि किसानो व ठेला पटरी व्यवसायियों के साथ विश्व की सांस्कृतिक विरासत पर विनाश का संकट आ गया है। प्रतिनिधि मण्डल की अध्यक्षता किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय मुन्ना संचालन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव श्वेता राय ने किया| प्रतिनिधिमंडल में प्रेम चन्द गुप्ता, बद्री यादव, अमित राय, वसीम अंसारी, जे एन तिवारी, सुरेन्द्र डाक्टर , मेवा पटेल, छेदी पटेल शामिल थे।
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