नई दिल्ली : 16वीं लोकसभा के समापन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहाँ सुमित्रा महाजन को सदन का कामकाज सुचारु रूप से चलाने के लिए धन्यवाद दिया, वहीँ कांग्रेस और राहुल गाँधी पर अपने चीरा-परिचित अंदाज़ में निशाना साधा। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जहाँ पीएम ने कहा कि 0 वर्षों बाद बिना कांग्रेस के गोत्र वाली सरकार बनी, वहीँ राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहली बार पता चला कि ‘गले मिलना और गले पड़ना’ क्या होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि 16वीं लोकसभा के 8 सत्र ऐसे रहे जिनमें 100 फीसदी काम हुआ। उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा सबसे अधिक महिला सांसदों के लिए जानी जाएगी, जिनमें से 44 महिला सांसद पहली बार चुनकर आई थी। उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा में कैबिनेट में बड़े पोर्टफोलियो को महिलाओं ने संभाला। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री का कार्यभार महिला सांसदों ने संभाला।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे कार्यकाल में देश विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। इसके लिए यहां बैठे सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं, क्योंकि नीति-निर्धारण का काम यहीं हुआ है। पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में हम सुनते थे कि भूकंप आएगा, पर कोई भूकंप नहीं आया। उन्होंने कहा कि 5 साल के कार्यकाल में कोई भूकंप नहीं आया। उन्होंने कहा कि कभी हवाई जहाज उड़ाए गए, लेकिन लोकतंत्र की मर्यादा इतनी ऊंची है कि कोई हवाई जहाज उस ऊंचाई तक नहीं जा पाया।
पीएम ने नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे पर चुटकी लेते हुए कहा कि आज खडगे जी का गला खराब है, सही होता तो हमें कुछ सीखने को मिलता। उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा इसलिए भी जानी चाएगी कि सदन के सदस्यों ने 1,400 से अधिक निष्क्रिय कानूनों को समाप्त करने का काम किया है। एक जंगल जैसा बन गया था कानूनों का। उन्होंने कहा कि ये शुभ शुरुआत हुई है। अभी बहुत काम करना बाकी है और इसके लिए मुलायम सिंह ने आशीर्वाद दे ही दिया है।