अहरौरा।मिर्जापुर श्री गुरु तेग बहादुर जी का पावन प्रकाश उत्सव मनाया गया व 71 वां समागम परंपरागत तरीके से अभूतपूर्व उल्लास श्रद्धा के साथ मनाया गया।
सुबह ९ बजे तीन दिवसीय अखण्ड पाठ का समापन होने के बाद १०बजे दीवान लगा जिसकी समाप्ति दोपहर दो बजे हुई। इस पावन प्रकाश उत्सव में रेनूकूट,डाला, शक्तिनगर,रावर्टसगंज, मुगलसराय, मीरजापुर वह अन्य जगहों से आये हुए रागी जत्थों ने शबद कीर्तन सुनाया।इस क्रम में लुधियाना से पधारे श्री वेदांत शास्त्री जी ने गुरु तेग बहादुर के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरुद्वारे में रहीरास साहिब का पाठ कीर्तन के बाद भक्तों ने अनवरत लंगर छके जिसमें नगर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित हो श्रद्धा से लंगर छका, पूर्व विधायक व लोक सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी के साथ साहु परिवार के कन्दर्प आनंद गुप्त भी दरबार साहिब में अपनी हाजिरी लगाई ।गुरुद्वारा साहिब में कीर्तन की शोभा बढ़ाने के लिए रागी जत्त्था भाई नरेंद्र सिंह गुरु बाग वाराणसी से पधारे
गुरुद्वारा अहरौरा में गुरु ग्रंथ साहिब जी का हस्तलिखित छठवां ग्रंथ 246 वर्ष व हस्तलिखित स्वरूप 195 वर्ष व हस्तलिखित स्वरूप 159 वर्ष पुराने ग्रंथों का,जो स्थानीय गुरुद्वारे में आस्था व श्रद्धा के मुख्य बिंदु है ,सबका प्रकाश श्रध्दा से किया गया। शाम 5:00 बजे से गुरु ग्रंथ साहब जी का शोभायात्रा आतिशबाजी और बैंड बाजे के साथ निकाला गया जो जो पूरे नगर में भ्रमण कर पुनः गुरुद्वारे में आकर समाप्त हुआ। इस अवसर पर बाहर से आए सभी जत्थेदारों को लंगर छकाने के पश्चात भावपूर्ण विदाई दी गई। गुरु संगत के मुख्य दास सरदार तरण सिंह,श्री जीतसिंह, चन्द्र मान सिंह ईश्वर सिंह, लक्ष्मण सिंह व सरदार गुरमीत सिंह मौजूद रहे।
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