मृत पशुओं के प्रकरण में मुख्यपशु चिकित्साधिकारी व बीडीओ मेंहदावल से डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
संदीप पाण्डेय की रिपोर्ट
संतकबीरनगर। जनपद के मेंहदावल तहसील में गत 27 मार्च को बौधरा पशु अस्थायी आश्र्रय स्थल में आधे दर्जन पशुओं के मृत्यु होने की सूचना पर आनन फानन मेंहदावल उपजिलाधिकारी एवं बीडीओ मेहंदावल मौके पर पहुॅच कर जाॅच पड़ताल किया। प्रथम दृष्टया यह माना गया कि पशुओं को चारा एवं पानी नही मिलने के कारण ऐसी घटना घटित हुई। यह खेदजनक रहा। जिला मजिस्ट्रेट रवीश गुप्ता ने उक्त प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध अनुशाषनात्मक कार्यवाही किये जाने की बात कही है। बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी हाकिम सिंह ने पूरी टीम के साथ मेंहदावल तहसील के बौधरा पशु अस्थायी आश्र्रय स्थल एव बढया ठाठर व जिगिना में पहुॅच कर मेंहदावल प्रशासन द्वारा किये गये सुविधाओं का भौतिक सत्यापन करते हुए व्यवस्थाओं को और ठीक किये जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने लापरवाही बरतने पर सम्बन्धित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सािधकारी टी.पी. मिश्र्र के साथ मेंहदावल तहसील के दो पशु अस्थायी आश्र्रय स्थल का निरीक्षण किया। उन्होने उक्त प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य पशुचिकित्साधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी मेहंदावल को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए एक दिन के अन्दर जवाब मांगा है। दिये गये नोटिस में जिलाधिकारी ने कहा है कि उक्त प्रकरण में उनके द्वारा पूछे जाने पर अनभिज्ञता जाहिर किया गया तथा मौके पर देर से पहुॅचा गया। इस प्रकार में संवेदनशील नही रहे निराशजनक स्थिरता पायी गयी। उन्होनें कहा कि जिलाधिकारी के फोन को उक्त दोनो अधिकारियों ने नही उठाया जो बहुत ही संवेदनहीनता है।