नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटों से हालात तेज़ी से बदल रहे हैं। पहले जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की 100 कंपनियां तैनात कर दी गयी। वहीँ अब अलगाववादियों व पत्थरबाजों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए 150 से अधिक अलगाववादी व पत्थरबाज़ को गिरफ्तार किया गया है। इनमें ज्यादातर जमात-ए-इस्लामी से जुड़े हुए हैं।
जमात-ए-इस्लामी ने दावा किया है कि शुक्रवार की रात पुलिस और अन्य एजेंसियों ने घाटी में कई स्थानों पर छापेमारी कर व्यापक गिरफ्तारी अभियान चलाया। इसमें उसके केंद्रीय और जिला स्तर के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया जिसमें अमीर (प्रमुख) डॉ. अब्दुल हमीद फयाज और वकील जाहिद अली (प्रवक्ता) शामिल हैं। जमात ने लोगों को हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र में और अनिश्चितता की राह प्रशस्त करने के लिए भली-भांति रची गई साजिश का हिस्सा है।
इसके अलावा पुलिस ने शुक्रवार रात जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को भी गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल भेज दिया था। पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के एक काफि ले पर एक आतंकी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के आठ दिनों बाद यह कार्रवाई की गई है।