उमेश चंद्र मिश्र की रिपोर्ट :
सिद्धार्थनगर : जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटवा मे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी इटवा संगिनी और आशाओं के साथ आज दिनांक 6 दिसंबर दोपहर 1:00 बजे मीटिंग की गई। मीटिंग का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु कुछ मतलब और अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों द्वारा टीकाकरण नहीं किए जाना था। बहिष्कार करने वाले विद्यालयो और मकतब में शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए 5 सूत्री योजना बनाई गई——–(1) ब्लॉक इटवा में कुल 146 आशा है ,जिन आशा के क्षेत्र में मकतब या अन्य विद्यालय टीकाकरण नहीं करा रहे हैं , वह आशाएं गांव के लोगों को बुलाकर समझाएं ग्राम प्रधान के साथ रैली करें मकतब में जाकर टीचर और बच्चे से बातें करें और घर घर जाकर महिलाओं को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें ।यदि कोई आशा घर-घर जाकर लोगों को नहीं समझाती हैं और सार्थक प्रयास नहीं करती है तो आशाओं की सेवा समाप्त की जाएगी। (3)ब्लॉक इटवा में कुल 7 सिंघानिया हैं ,संगिनी का काम आशाओं का पर्यवेक्षण करना है।सन्गिनी को जिम्मेदारी दी गई है कि मकतब में जाकर आशाओं के साथ लोगों को समझाने का काम करें करें ।
अगर कोई संगिनी लापरवाही नकरेगी तो उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। (3) टीकाकरण का बहिष्कार करने वाले मकतब में ब्लॉक स्तरीय अधिकारी को टीकाकरण कराने की जिम्मेदारी दी गई है जिसमें तहसीलदार ,खंड विकास अधिकारी ,खंड शिक्षा अधिकारी आदि अधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो 100 फ़ीसदी टीकाकरण कराना सुनिश्चित करेंगे।(4) प्रभारी चिकित्सा अधिकारी इटवा को आदेशित किया गया कि तहसील स्तर पर मुस्लिम धर्म गुरु ग्राम प्रधानों के साथ जागरूकता बैठक कराएं मकतब से रैली निकाली जाए जिसमें क्षेत्राधिकारी इटवा भी उपस्थित रहेंगे(5) तहसील स्तर पर बहिष्कार करने वाले मकतब के अध्यापक के साथ बैठक कराई जाए मक्का से सहयोग मांगा जाए यदि मक्का सहयोग नहीं करते हैं तो मान्यता निरस्त करने की रिपोर्ट जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को भेजी जाए।