सर्वेश यादव की रिपोर्ट
हरहुआ- भगवान कि कृपा से ही व्यक्ति वक्ता व् श्रोता बनता है।श्री राम कथा की मस्ती जिस भक्त -श्रोता या वक्ता को चढ़ गई फिर उतरने का नाम नही लेती है।भवसागर को पार करने का सबसे सुगम मार्ग श्री राम का नाम जाप है। कथा श्रवण व् अनुशीलन से मन की कलुषता दूर हो जाती है। चक्का पंचक्रोशी मार्ग पर धर्म जागरण समन्वय काशी प्रान्त द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन मानस मर्मज्ञ पूज्य श्री दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी ने कही।
संगीतमय प्रवचन सुनाते हुए महाराज जी ने कहा कि श्री रामचरित मानस का गायन ,श्रवण व् अन्तःकरण में धारण करने से पूरा समाज आइना बन सकता है।सारे दुखो व् भय का हरण करने व् जीवन में नवीन प्राणों का संचार करता है।इसमें सभी प्रकार के रहस्य ,गूढ़ मन्त्र व् अमृत रस छिपा है जिसके रसपान से जन्म जन्मांतर के पाप धूल जाते हैं।
श्री राम कथा के प्रारम्भ में श्री रामचन्द्र जी की आरती उतारी गई।श्री राम के जयघोष के साथ पूरा कथा स्थल संगीतमय व् भक्तिमय हो गया।यजमान की भूमिका में आयोजको ,तीर्थ भक्तो व् सपत्नीक ग्रामीणों ने आरती उतारी।
कथा स्थल का पांडाल संगीतमय भक्ति गीत से शुरू हुई।जिसे सुनने के लिए भक्तो ,पंचक्रोशी तीर्थ यात्रियों का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
हारमोनियम पर राधेश्याम शर्मा ,आर्गन पर पं0 लखन शर्मा ,पैड पर मुकेश पालीवाल ,तबले पर रामरतन जी ने संगत की। कथा सहयोगी श्री हनुमान ,रामायण पाठ संजय त्रिपाठी व् मनोज कश्यप व् आचार्य पं0 अनसुइया ने सहयोग किया। मंच सञ्चालन रमेश सिंह प्रधानाचार्य ने की। धर्म जागरण समन्वय काशी प्रान्त संयोजक मधुवन यादव स्वागताध्यक्ष विनय कुमार हिटलर ,गौतम सिंह ,श्री प्रकाश सिंह “मुन्ना”,आनन्द प्रकाश दुबे ,अरविन्द कुमार सिंह व् कमलेश चौबे ,के0एल0 पथिक सर्वेश यादव सहित अन्य यजमानो ने आरती उतारी।