कैमूर से अरशद रज़ा की रिपोर्ट:
डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है। रोग कितना भी खतरनाक हो पर रोगी जब चिकित्सक के पास पहुंचता है तो आधी बीमारी से चिंता मुक्त हो जाता है। लेकिन जब रोगी के सामने डॉक्टर न हो तो रोगी की क्या दशा होगी।
जी हां ऐसा ही मामला भभुआ सदर हॉस्पिटल में देखने को मिला।सासाराम निवासी फरमान आलम की पत्नी मोहनिया थाना अंतर्गत अपने मायके आई थी। जिसे कल प्रसव के लिए भभुआ सदर हस्पताल लाया गया। लेकिन प्रसव के कुछ घण्टे बाद ही महिला की मौत हो गई। मामला बीती रात का है। इस सम्बंध में परिजन ने अस्पताल प्रशाशन पर लापरवाही का आरूप लगते हुए बताया कि जब महिला को घर से लाया गया तो ओ सामान्य थी । हस्पताल लाने के बाद महिला डॉक्टर नही मिली । मौजूद नर्स पैसे की मांग करने लगी जब पैसा देने से इनकार किया गया तो उक्त नर्स ने बिना डॉक्टर के ही प्रसव करा दिया। प्रसव के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई। पूछे जाने पर अस्पताल उपढिछक गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि उक्त महिला की मौत हार्ड अटैक से हुई है। प्रसव के काफी देर बाद तक वो जीवित थी।।इस घटना के बाद एक बार फिर बड़े पैमाने पर लापरवाही के मामले सामने आए है।
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