राकेश मौर्या की रिपोर्ट
बहराइच : इलाहाबाद बैंक शाखा बौंडी द्वारा बुधवार को बौंडी के सरस्वती शिशु मंदिर में वित्तीय साक्षरता स्पेशल कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में बैंककर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओं को बैंक विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं व बचत के गुर बताए गए। इस दौरान उपभोक्ताओं ने एलडीएम श्रवण कुमार से इलाहाबाद बैंक शाखा प्रबंधक बौंडी भानू प्रताप सिंह के द्वारा बैंक कार्यों में की जा रही लापरवाही की शिकायत की तो एलडीएम के सामने ही शाखा प्रबंधक ने उपभोक्तओं से अभद्रता शुरू कर दिया। शाखा प्रबंधक के अराजकता से परिपूर्ण बातें सुन नाराज उपभोक्ता एकाएक कैंप से उठकर चले गए।
इलाहाबाद बैंक शाखा बौंडी द्वारा कस्बे के सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में वित्तीय साक्षरता स्पेशल कैंप आयोजित किया गया। कैंप में एलडीएम श्रवण कुमार ने बैंक की तरफ से लोगों को विभिन्न प्रकार की जानकारियां एवं योजनाओं के बारे में बताया। उपस्थित लोगों को बैंक की डिजिटल बैंकिंग व विभिन्न प्रकार के ऋण संबंधी योजनाओं का विस्तार से वर्णन किया। जिसमें स्वयं सहायता समूह को दिए जाने वाले ऋण,आवास ऋण,व्यक्तिगत ऋण,किसान ऋण (केसीसी), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना इत्यादि के बारे में जानकारी दी गई । ग्रामीणों को बचत के गुर बताए गए।
जब एलडीएम ने उपभोक्ताओं से समस्या पूंछी तो बौंडी के राजकुमार पुत्र राम लखन ने बताया कि वह तीन वर्ष से मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत लोन लेने के लिए बैंक का चक्कर काट रहे हैं किंतु शाखा प्रबंधक को हिस्सा न देने के कारण उनकी फाइल नहीं देखी जा रही है। क्षेत्र के ही चुन्नीलालपुरवा गांव निवासी कुलदीप पुत्र ने बताया कि हिस्सा न दे पाने की स्थिति में शाखा प्रबंधक उनका किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना रहा है जबकि पूरनलाल मिश्र ने बताया कि वह खाते में आधार नंबर पंजिकृत कराने के लिए बीते पांच दिन से दौड़ रहे हैं किंतु कोई नहीं सुनता है।
उपभोक्ता शिकायत कर ही रहे थे कि अचानक प्रबंधक के तेवर तल्ख हो गए और देखते ही देखते वह अराजकता पर उतर आए। उपभोक्ताओं को धमकियां देनी शुरू कर दिया। यहां तक कह दिया कि यह लोग बिना काम के बिना बुलाए आ गए। ऐसे लोगों की मेरे शाखा में कोई जरूरत नहीं है। इस संबंध में एलडीएम श्रवण कुमार ने शाखा प्रबंधक का पक्ष लेते हुए बताया कि यदि कोई उपभोक्ता शाखा प्रबंधक की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट है तो वह हेड ऑफिस कोलकाता में शिकायत करें अथवा कोर्ट जा सकता है।