राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट :
संतकबीर नगर : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालय में सेवारत एक अध्यापिका के पति ने शनिवार की रात में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर गम्भीर अवस्था में जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया, लेकिन इसकी हालत को नाजुक देखते हुए डाक्टर ने बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाने के दौरान महेन्द्र यादव ने दम तोड़ दिया।
वहीँ मृतक ने मरने से पूर्व अपने बयान व सुसाइड नोट पर एक सरकारी वाहन चालक के गलत हरकत को दर्शाते हुए अपने मौत का कारण बताया है। इस मामले को लेकर आज सरकारी वाहन चालको में तरह-तरह की चर्चाए होती रही। जानकारी के अनुसार ग्राम बरगदवा पोस्ट शनिचारा बाजार थाना धनघटा निवासी महेन्द्र यादव ने गत दिनो मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराया था कि उसकी पत्नी मुनीता यादव बघौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका पद पर सेवारत है और वह खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला शास्त्रीनगर में बच्चो के साथ रहते है। किराये के मकान के कुछ दूरी पर एक अधिकारी का सरकारी वाहन चालक भी रहता है, जो इश्क मिजाज है और किसी न किसी बहाने घर में आने का प्रयास करता था। इस दौरान कई बार धमकियो के माध्यम से पत्नी को नौकरी से निकाल देने व दूसरे स्थान पर ट्रासफर करा देने की बात कहता था।
उसके गलत आचरण की वजह से वह अवसाद में था। शनिवार की रात में पीड़ित महेन्द्र यादव ने सरकारी वाहन चालक को निशाना बनाते हुए जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। मरने से पूर्व डाक्टर को बयान देने के अलावा सुसाइड नोट भी नामजद सहित लिखा है। उक्त सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जाॅच पड़ताल की जा रही है। यदि मृतक के परिजनो द्वारा तहरीर दी जाती है तो मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।