लखनऊ : बीते 1 दशकों में सोशल मीडिया ने समाज के हर वर्ग में अपनी गहरी पैठ बनायीं है. आज लोग खुलकर अपनी आवाज को लोगों के सामने रख सकते हैं, जबकि पहले सोशल मीडिया सरीखा कोई जरिया नहीं था. बहरहाल ये बात तो सच है कि सोशल मीडिया ने सही मायनों में लोगों को अपनी अभिव्यक्ति की आज़ादी का एहसास कराया है, लेकिन इस आज़ादी का गलत प्रयोग करने से लोग बाज़ नहीं आते. ताज़ा मामला यूपी का है, जहाँ सीएम योगी को लेकर किये गए एक फेसबुक पोस्ट ने खलबली मचा दी है.
सपा नेता सुशील यादव पर सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटोशॉप से बनाई गई आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने का आरोप है. यही नहीं उनके एक फेसबुक फ्रेंड ने इस पोस्ट पर सीएम को गोली मारने वाले को एक करोड़ रुपये देने की बात कहकर खलबली मचा दी है. एक भाजपा नेता की शिकायत पर पुलिस ने सुशील यादव समेत तीन लोगों के बारे में समाज में धार्मिक विद्वेष फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
फेसबुक पर इस पोस्ट पर सुनील यादव नाम के शख्स ने सीएम को गोली मारने वाले को एक करोड़ रुपये देने की बात कही है, जिसे सपा नेता सुशील यादव और सैयद रहमान इलियास नाम के शख्स ने लाइक भी किया है। अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि तीनों लोग सीएम की हत्या कराना चाहते हैं। तीनों से सीएम योगी की जान को खतरा है, इसलिए इनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। दिशवार के साथ भाजपा और हिंदू जागरण मंच के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
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