नई दिल्ली : मोदी सरकार में सड़क, ट्रांसपोर्ट और हाईवे मंत्री नितिन गडकरी का आजकल अलग हीं अंदाज़ देखने को मिल रहा है। उनके इस अलग अंदाज़ के कारण आजकल बीजेपी नेता असहज महसूस करने लगे हैं। जी हाँ, जहाँ एक तरफ बीजेपी नेता पंडित नेहरू को तमाम समस्यायों का जिम्मेदार मानते हैं, वहीँ नितिन गडकरी ने नेहरू की प्रशंसा कर पार्टी नेता को असहज कर दिया है।
गडकरी ने नेहरू की प्रशंसा करते हुए कहा कि सहिष्णुता भारत की सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने कहा नेहरु ने कहा था कि भारत एक देश नहीं बल्कि आबादी है। अगर हम किसी समस्या का हल नहीं दे सकते तो हमें समस्या का हिस्सा भी नहीं बनना चाहिए। तकरीबन एक घंटे तक बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने स्वामी विवेकानंद को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता भारत कि विशेषता है। उन्होंने कहा कि आप सबसे विनम्रता से बात करते है, अच्छा बोलते हैं। यह लोगों को आकर्षित करेगा मगर इससे आप चुनाव नहीं जीत सकते। आप विद्वान हो सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि लोग आपको वोट दें। जिन्हें लगता है कि वह सबकुछ जानते हैं, उनकी सोच गलत है। आत्मविश्वास और अहंकार में अंतर है। आपको आत्मविश्वासी होना चाहिए, लेकिन अहंकार से बचना चाहिए।
कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज ने भरा नामांकन, रैली में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता शामिल रिपोर्ट:…
El breve Versión: entre los formas más efectivas de impulsar descansar es por crear tu…
Algunos ocasiones trascendentes han hecho antecedentes y moldearon los destinos de generaciones por venir. La…
Sitio web Detalles: Cost: 8 crédito tienintercambio de parejas liberalesn a ser 13,92 AUD. 25…