उमेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
अमेठी : जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए वृक्षारोपण करवा रहे है। वृक्षारोपण के लिए लाखों रुपये खर्च कर रहे है।वही पुलिस व वन विभाग की मिली भगत से हरे पेड़ों को धड़ल्ले से काटा जा रहा है प्रतिबन्धित हरे पेड़ों की कटान जोरों पर की जा रही है विभागीय अधिकारी नाम मात्र को जुर्माने की रसीद काटकर इतिश्री कर लेती है l
ताजा मामला कोतवाली जगदीशपुर के हरपालपुर गांव का है जहाँ हरियाली के दुश्मनों ने आम के कई हरे पेड़ काट कर पुलिस व वन विभाग की करतूतों की पोल खोल दी।सूत्रों की मानें तो प्रतिबंधित पेडों के काटने के लिए पुलिस व वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारी लम्बी रकम वसूल करते हैं।जिस कारण क्षेत्र में खुले आम हरियाली का कत्ल किया जाता है।और अधिकारी मूक दर्शक बने रहते हैं।लकड़ी ठेकेदारों द्वारा रातों रात प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काटा जा रहा है शिकायत के बाद नाम मात्र के लिए जुर्माने की रसीद थमा दी जाती है उसके एवज में मोटी रकम मिल जाती है लकड़ी कटान के सम्बन्ध में डीएफओ अमेठी ने बताया कि हरे पेड़ों की कटान पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगा है शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाती है लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग न मिलने के कारण लकड़ी कटान पर पूरी तरह प्रतिबन्ध नहीं लग पा रहा है l
पुलिस अधीक्षक अमेठी अनुराग आर्य ने बताया कि लकड़ी कटान पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा है अगर प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काटा जा रहा है तो उसमें लिप्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी l