लखनऊ : पिछले काफी समय से सपा और खासकर अखिलेश यादव से नाराज़ चल रहे शिवपाल यादव ने आख़िरकार एक बड़ा फैसला लिया है। पिछले काफी समय से शिवपाल यादव इस बात के संकेत दे रहे थे, कि वो अलग राजनीतिक मोर्चे का गठन करेंगे। लेकिन अब आखिरकार शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन का ऐलान कर दिया है।
मोर्चे के गठन के बाद शिवपाल ने कहा कि वह किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे, बल्कि वह अपना अलग समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बना रहे हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनके बीजेपी में जाने की सारी खबरें आफवाह मात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी पार्टी में शामिल नहीं होगे। शिवपाल ने कहा कि सपा से उपेक्षित लोगों को सेक्युलर मोर्चे से जोड़ा जाएगा। सेक्युलर मोर्चा यूपी में राजनीति का नया विकल्प होगा। उन्होंने कहा कि सेक्युलर मोर्चे के सहारे वह छोटे-छोटे दलों को जोड़ेंगे। शिवपाल ने कहा कि वह नेताजी को सम्मान न मिलने से आहत हैं। उन लोगों को सपा की किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता।
आपको बता दें कि बीते दिनों शिवपाल ने दो टूक शब्दों में था कहा कि अगर पार्टी में उनको राष्ट्रीय स्तर की कोई जिम्मेदार नहीं मिलती तो वह दूसरा रास्ता अपनाकर आगे बढ़ेंगे। शिवपाल ने कहा कि इसमें भी कोई बड़ी बात नहीं कि वह दूसरी पार्टी में शामिल हो जाएं। दरअसल जानकारों का ऐसा मानना है कि शिवपाल अपने बेटे आदित्य के साथ दिल्ली की राजनीति में हाथ आजमाना चाहते हैं। इसके लिए ये दोनों 2019 के लोकसभा चुनाव में हाथ आजमाने का मन भी बना रहे हैं। लेकिन पार्टी में कोई तवज्जो न मिलने से अब वह नया रास्ता अपनाने जा रहे हैं।
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