नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी आज आरएसएस के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। आरएसएस के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वो नागपुर पहुँच चुके हैं, जहाँ संघ के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुख़र्जी के संबोधन पर देश भर की निगाहें टिकी हुई है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता के रूप में कई बार सार्वजानिक तौर पर प्रणब मुख़र्जी आरएसएस की विचारधारा का विरोध कर चुके हैं।
हालांकि विवादों से बेपरवाह मुखर्जी ने कहा कि वह अपने भाषण के जरिये सभी अटकलों और आशंकाओं को दूर कर देंगे। कांग्रेस और वामदलों के कुछ नेताओं ने संघ की बैठक में प्रणब के शामिल होने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन कांग्रेस संगठन के अंदर की बेचैनी से साफ जाहिर हो रहा है कि पार्टी पूर्व राष्ट्रपति के इस फैसले से असहज है। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने उनसे कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले पर पुनर्विचार करने की भी गुजारिश की थी। शायद इसी कारण कांग्रेस का कोई नेता नागपुर में उनकी अगवानी करने भी नहीं आया।
उनके नागपुर पहुंचने के बाद अब पूरे देश की निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रणब दा अपने भाषण में क्या कहेंगे। राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उनकी संघ प्रमुख मोहन भागवत से कई बार मुलाकात हो चुकी है। जानकारों का कहना है कि हाल के दिनों में मुखर्जी और भागवत की मुलाकातें सामान्य घटना नहीं है। इन मुलाकातों के राजनीतिक मायने भी हैं।
