आरएसएस के मंच से प्रणब मुख़र्जी ने देश को दिया राष्ट्रवाद का संदेश, जानिए उनके भाषण की महत्वपूर्ण बातें

नई दिल्ली : तमाम तरह के विवादों के बावजूद पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी आज ना केवल नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह शामिल हुए बल्कि सम्बोधन भी दिया। मुखर्जी का पूरा सम्बोधन राष्ट्रीयता और देशप्रेम की भावना के इर्द-गिर्द ही रहा, जबकि उनके भाषण पर सभी के कान लगे हुए थे, जिन्हें लग रहा था कि इस दौरान वे कोई विवादित बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा करेंगे। इस बात को स्वयं मुखर्जी भी जानते थे कि हर कोई उनके भाषण के अलग-अलग मायने निकालने को तत्पर है। ऐसे में उन्हें नपे-तुले शब्दों में ही अपनी बात कही है।



प्रणब मुखर्जी ने कहा कि जैसा गांधी जी ने बताया है भारतीय राष्ट्रीयता ना बहुत खास है और ना किसी को नुकसान पहुंचाने वाली है। पंडित नेहरू ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीयता राजनीति और धर्म से ऊपर है। यह आजादी से पहले था और आज भी यह सच है। उन्होंने कहा कि हमने अंग्रेजों से अपनी आजादी ली। कई राज्यों को मिलाकर राष्ट्र का निर्माण हुआ। डेमोक्रेसी कोई तोहफा नहीं बल्कि एक पवित्र चीज है।



प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्रीयता को किसी धर्म के प्रति सहिष्णुता से ही आएगा। हमें विवधता का सम्मान करना चाहिए।आधुनिक भारत की अवधारणा कई विचारकों ने दिया है। हमारी राष्ट्रीयता लंबे समय से चली आ रही विविधता की वजह से आई है। आधुनिक भारत का धारणा अलग-अलग भारतीय नेताओं से मिली हा। यह किसी एक धर्म या जाति से बंधा हुआ नहीं है।



मंच से प्रणब मुखर्जी ने साफ संकेत दे दिया कि वो संघ के सिर्फ अतिथि हैं, स्वयंसेवक नहीं। दरअसल, आरएसएस के हर कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजप्रणाम से होती है, जिसमें संघ का ध्वज फहराया जाता है और सभी लोग इसके सम्मान में एक खास मुद्रा में खड़े होते हैं। जिस वक्त ध्वजप्रणाम हो रहा था, तब मंच पर मौजूद मोहन भागवत समेत तमाम नेता अपने एक खास मुद्रा में खड़े रहे। लेकिन, प्रणब मुखर्जी सिर्फ सावधान की मुद्रा में थे। ऐसा करके उन्होंने मंच से ये बताते की कोशिश की है कि भले ही वो संघ के कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं, लेकिन वो संघी नहीं हैं।



वहीं दूसरी मुखर्जी के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट कर नाराजगी जताई है। कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट किया कि प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जाकर लाखों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को निराश किया है। वहीं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने प्रणब मुखर्जी के नागपुर जाने का बचाव किया है। खुर्शीद ने कहा कि सिर्फ एक फैसले की वजह से प्रणब पर सवाल उठाना गलत है। खुर्शीद की राय बाकी कांग्रेसी नेताओं से अलग है।


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