नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रामनाथ कोविंद को अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर बीजेपी ने अपना मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है और अब राष्ट्रीय राजनीति में इसका असर भी देखने को मिलने लगा है। जैसा की राजनीति के धुरंधर कहते रहे हैं कि विपक्ष के लिए रामनाथ के नाम का विरोध करना कठिन होगा, क्योंकि रामनाथ दलित समुदाय से आते हैं, ठीक उसी प्रकार विपक्ष की एकता अब रामनाथ के नाम पर दरकती देखी जा रही है। ताज़ा मामले में नीतीश कुमार ने कांग्रेस को करारा झटका देते हुए रामनाथ के नाम पर NDA को अपना समर्थन दे दिया है।
एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जेडीयू का साथ मिल गया है। कई घंटे तक चली कोर कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि चूँकि रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल रहे हैं और निर्विवाद छवि के हैं, इसलिए जदयू ने कोविंद को समर्थन देने का एलान किया है। केसी त्यागी ने यह साफ़ कर दिया कि 22 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में जदयू शामिल नहीं होगा।
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