नई दिल्ली : फेसबुक डेटा लीक मामले को लेकर एक तरफ जहाँ फेसबुक को हज़ारों करोड़ का नुकसान हुआ है, वहीँ फेसबुक की विश्वसनीयता पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। इस बीच इस पुरे मामले को लेकर फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग अमेरिकी कांग्रेस की दो सीनेट कमेटी के ज्वाइंट सेशन में पेश हुए, जिसमें उन्होंने डेटा लीक मामले को लेकर माफ़ी मांगी, साथ हीं कहा कि भारत में चुनाव के वक्त सावधानी बरतेंगे।
गौरतलब है कि ब्रिटेन की पॉलिटिकल कंसल्टिंग फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के डेटा लीक का आरोप है। फेसबुक के द्वारा कैम्ब्रिज एनालिटिका को डेटा उपलब्ध करवाया जाता था, जिसका गलत तरीके से इस्तेमाल हुआ। इसी मामले को लेकर अमेरिकी सीनेट में पेश हुए जकरबर्ग ने समिति के सामने डेटा लीक रोकने को लेकर अपनी तैयारी और उठाए जाने वाले कदमों की भी जानकारी दी।
जकरबर्ग ने कहा कि 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव के बाद हमारी सबसे बड़े प्राथमिकता है कि हम दुनिया में होने वाले चुनाव में सावधानी बरतें। हमारे लिए डेटा प्राइवेसी और विदेश में होने वाले चुनाव सबसे अहम मुद्दा हैं, जिन्हें सही से निभाना हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। 2018 दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साल है। भारत, पाकिस्तान समेत कई देशों में चुनाव होंगे। हम इन चुनाव को सुरक्षित बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे।
जकरबर्ग ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रूस में लोग हैं जिनका काम हमारे सिस्टम, दूसरे इंटरनेट सिस्टम और अन्य सिस्टम में सेंध लगाकर फायदा उठाना है। ऐसे में यह हथियारों की दौड़ है। जिसे बेहतर बनाए रखने और इसे बेहतर करने के लिए इसमें निवेश करने की जरूरत है। जकरबर्ग ने माना कि मैंने फेसबुक के 8.70 करोड़ यूजर्स के निजी डेटा का दुरुपयोग रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए, जबकि यह मेरी जिम्मेदारी थी।
Check Also
पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव
पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव जम्मू-कश्मीर …
74 साल बाद करतारपुर कॉरिडोर के जरिए मिले दो भाई, बंटवारे ने किया था अलग
1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो मोहम्मद सिद्दीक नवजात थे। उनका …