नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली-मेरठ एक्प्रेस-वे के 9 किमी के पहले खंड का भी उद्घाटन किया। उसके बाद पीएम मोदी ने बागपत में आयोजित एक जनसभा को भी संबोधित किया।
रैली के दौरान उन्होंने कहा कि आज जब इस नई सड़क पर चलने का मुझे अवसर मिला तो मैंने अनुभव किया कि 14 लेन का सफर दिल्ली-एनसीआर के लोगों के जीवन को कितना सुगम बनाने वाला है। कहीं कोई रुकावट नहीं, एक से बढ़कर एक आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। दिल्ली में पहुंचने वाली गाड़ियों की संख्या में 30 फीसदी कमी आएगी। हमारी सरकार में हर दिन 27 किमी हाईवे बन रहा है। एनडीए सरकार ने 4 सालों में देश को सही दिशा में ले जाने का काम किया है। पूरे एक्सप्रेसवे का काम करके जल्द ही दूसरे चरण को भी जनता के लिए समर्पित किया जाएगा।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के खासियतें :
- कुल 135 किलोमीटर लंबे ईपीई पर 11,000 करोड़ रुपये की लागत आई है.
- यह देश का पहला हाईवे है जहां सौर बिजली से सड़क रोशन होगी.
- हाई-वे पर प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ वर्षा जल संचयन की व्यवस्था होगी
- इसमें 36 राष्ट्रीय स्मारकों को प्रदर्शित किया जाएगा तथा 40 झरने होंगे.
- इस हाईवे का काम रिकॉर्ड 500 दिनों में पूरा किया गया है.
- इस एक्सप्रेस-वे पर 8 सौर संयंत्र हैं जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है.
- 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से फर्राटे भर सकते हैं
- बिना दिल्ली में दाखिल हुए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड़, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश का सफर भी तय कर सकते हैं.
- 6 लेन के इस एक्सप्रेस-वे में 7 इंटरचेंज मौजूद हैं जिससे एक शहर से दूसरे शहर में मुसाफिर आसानी से जा सकते हैं.
- 135 किमी के टुकड़े में आठ जगह हाइवे नेस्ट होंगे, जिनमें जलपान और खानपान की सुविधाएं मिलेगी.