हेमन्त मिश्रा और विकास चन्द्र अग्रहरि की रिपोर्ट :
मिर्ज़ापुर : ग्राम पंचायतों को जहां एक तरफ साफ-सुथरा बनाने की कवायद चल रही है, वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत देवहट ड्रमंडगंज में कूड़े का अंबार लगा हुआ है। देवहट ग्राम पंचायत के बार्ड नं.8 में कूड़े का ढेर लगा हुआ है। सुअर वार्ड 8 में घूमते रहते हैं। वार्ड सदस्य उर्मिला देवी का कहना है ढाई वर्ष के दौरान मेरे वार्ड में ग्राम पंचायत स्तर से एक भी कार्य नहीं कराया गया। देवहट ग्राम पंचायत की मीटिंग पंचायत भवन में न कराकर नदी किनारे दुर्गा मंदिर पर कराई जाती है, जहां पर गिने-चुने लोग ही उपस्थित होते हैं। ढाई वर्ष में देवहट ग्राम पंचायत में क्या-क्या कार्य कराये गए ? यह देवहट ग्राम पंचायत के सदस्यों की जानकारी में नहीं है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व ग्राम पंचायत सचिव मिल बैठकर मनमाने ढंग से कार्ययोजना तैयार कर लेते हैं।
ड्रमंडगंज स्थित महोगढ़ी साधन सहकारी समिति व सुखड़ा सहकारी संघ भवनों के रास्ते में कूड़े का अंबार लगा हुआ है। उक्त दोनों केंद्रों पर जाने का रास्ता कूड़े के ढेर से पूरी तरह बंद हो गया है। गौरतलब है कि उक्त दोनों केंद्रों के पास ही ग्राम प्रधान देवहट का आवास भी है। गंदगियों को देखने के बावजूद ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधियों ने चुप्पी साध रखी है। देवहट ग्राम के प्रधान पिछले एक वर्ष से लगातार पड़ाव की जमीन को कब्जा करके उस आलीशान बिल्डिंग बनवाने में व्यस्त हैं।
देवहट ग्राम पंचायत की जनता को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है फिर भी उनके समस्या का समाधान पंचायत स्तर से नहीं हो पा रहा है। गांव की जनता ग्राम प्रधान को गाली दे रही है। तालाब तथा बंधी सूख गए हैं, हैंडपंप पानी नहीं दे रहे हैं, नालियां जाम हैं, कृषि उपज मंडी में गंदगी फैली हुई है, सार्वजनिक शौचालय में ताला बंद है, मनरेगा मजदूरों को कोई काम नहीं मिल रहा है। ग्राम प्रधान इन सबसे बेफिक्र होकर अवैध निर्माण में व्यस्त हैं। देवहट निवासी उमारमण सिंह, धीरज केशरी, कैलाशनाथ, कृष्ण गोपाल, वार्ड 3 की सदस्य ऊषादेवी सहित ग्रामीणों ने देवहट ग्राम पंचायत कागज पर हुए विकास कार्यों की जांच कराकर देवहट ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में तेजी लाने की सक्षम अधिकारियों से मांग की है।