रविंद्र नाथ सिंह की रिपोर्ट :
वाराणसी : आज लोहता पुलिस को मिली एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने आवास और कौशल विकास योजना के नाम पर करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश किया है। लोहता के छितौनी गांव में रवि श्रीवास्तव पुत्र प्रदीप श्रीवास्तव जो कि कंप्यूटर सेंटर चलाता था, जिसमें यह गिरोह बनाकर बेरोजगारों से प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन के नाम पर नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से नौकरी लगाने के मद में करोड़ों रुपए का गोलमाल इसने कई जनपदों में किया था।
इस गिरोह में अवधेश मिश्रा पुत्र सुभाष मिश्रा निवासी हैबतपुर थाना लोहता जिला वाराणसी, शैलेश उपाध्याय पुत्र शिव सागर उपाध्याय निवासी हैबतपुर थाना लोहता जिला वाराणसी, रोहित त्रिपाठी पुत्र सुधीर त्रिपाठी निवासी चंद्रावती थाना चौबेपुर जिला वाराणसी, नीलम पांडे पत्नी जय शंकर पांडे निवासी चंद्रावती थाना चौबेपुर जिला वाराणसी, किरन जायसवाल पत्नी प्रदीप जायसवाल निवासी चंद्रावती थाना चौबेपुर जिला वाराणसी, यह सभी अभियुक्तगण बेरोजगारों को कौशल विकास योजना के अंतर्गत नौकरी लगाने के नाम पर मोटी रकम लेकर जालसाजी करते थे।
थाना लोहता को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि अवधेश मिश्रा पिसोर पुल पर किसी का इंतजार कर रहा है। लोहता पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर घेराबंदी करके अवधेश मिश्रा को गिरफ्तार किया। उसके निशानदेही पर अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई, जिसमें से मुख्य अभियुक्त रवि श्रीवास्तव पुत्र प्रदीप श्रीवास्तव मौके से फरार हो गया।
बरामदगी में चार कंप्यूटर, 6 सीपीयू, 6 कीबोर्ड, एक मोटरसाइकिल शामिल है। गिरफ्तारी टीम में क्राइम ब्रांच वाराणसी के साथ लोहता पुलिस के उप निरीक्षक मुन्नीलाल कनौजिया, उप निरीक्षक बब्बन सिंह, कांस्टेबल पवन यादव, कांस्टेबल सुजीत कुमार, कांस्टेबल राहुल कुमार, महिला कांस्टेबल गीता पांडे, महिला कांस्टेबल अंकिता सिंह शमिल रहे।