सन्तोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : वैसे तो भारत कृषि प्रधान देश की श्रेणी में अरसे से आता है, लेकिन अफसोस कि कृषि सम्बन्धित किसी योजना को किसान हित में प्रधानता से लागू नही किया जाता है। आजादी के सात दशक बाद भी किसानो के लिए बनने वाली योजनाएं उसी गति से काम करती है, जिस गति से आजादी के पहले करती थी। जी हां, यहां बात हो रही है सरकारी दलहन क्रय केन्द्र की। जिले के दो स्थानों पर साधन सहकारी समिति बैरिया व नरही पर दलहन क्रय केन्द्र स्थापित है। सरकार ने एक पखवारा पूर्व ही बोरा भी भेज दिया है, लेकिन अब दलहन का एक दाना खरीद नही हो सका है।
दलहन बेचने वाले किसान साधन सहकारी समिति व तहसील के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन किसी अधिकारी के पास जबाब नही कि दलहन की खरीद कब से होगी या नही होगी ? इस वर्ष बैरिया तहसील क्षेत्र मे दलहनी फसल में मसूर व चना की अच्छी उत्पाद हुई है। सर्वाधिक किसान अपनी जरुरत व ऋण की भरपाई के लिए मसूर व चने को औने पौने दाम पर बिचौलीयो को बेच चुके हैं। कुछ किसान सरकारी क्रय केन्द्र पर दलहन बेचने के लिए अपने यहां रखे हुए है। सरकार ने मसूर का भाव 4250 रूपये प्रति क्विंटल व चना का भाव 4000 रूपाये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, लेकिन क्रय केन्द्र पर खरीददारी कब होगी ? इसका जबाब किसी के पास नही है। इस कारण द्वाबा के दलहन फसल बेचने वाले चिंतित है।
संसाधन उपलब्ध, शीघ्र होगी खरीदारी :अवध बिहारी
स्थानीय विधान सभा के किसानों की दलहन खरीद करने वाले साधन सहकारी समिति बैरिया के प्रभारी अवध बिहारी सिंह से पूछने पर बताया कि फसल खरीद करने का सारा ससांधन उपलब्ध है, लेकिन क्रय के लिए पोर्टल पर पंजीकरण के बाद ही खरीद होगी और अभी संबंधित वेबसाइट बन्द है। जब तक वेबसाइट शासन से नही खुलेगा, तब तक पंजीकरण नही होगा बगैर पंजीकरण के दलहन की खरीद नही होगी।
परेशान किसानों ने दिया अल्टीमेटम
सरकारी क्रय केन्द्र पर दलहन फसल बेचने के लिए परेशान दोकटी थाना क्षेत्र के किसान रामपुर निवासी ददन पाण्डेय, बलराम सिंह, भुआली यादव, बाजिदपुर के किसान राणाप्रताप सिंह आदि ने चेताया है कि अगर दो दिन मे दलहन फसल खरीद शुरु नही हुई, तो किसान संगठन आन्दोलन करेगा। किसानों ने जिलाधिकारी भवानी सिंह खरगौत से मांग किया है कि अविलम्ब दलहन की खरीद शुरू हो, जिससे किसान अपनी जरूरत पूरी करने के अलावा खरीफ फसल बुआई की तैयारी समय से शुरु कर सके।
बिचौलियों की कट रही चांदी
दलहन फसल की खरीद क्रय पर अब तक न होने से बिचौलियो की चांदी कट रही है। 4250 रुपये प्रति क्विंटल की सरकारी दर के सापेक्ष बिचौलिए तैतीस सौ से पैतिस सौ रूपये प्रति क्विंटल मसूर की फसल खरीद कर भण्डारण कर रहे हैं और क्रय केन्द्र पर खरीद होने का इन्तजार कर रहे है।