नई दिल्ली : एक तरफ जहाँ केंद्र की मोदी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को लेकर तमाम तरह के दावे कर रही है, वहीँ डॉलर के मुकाबले रूपये के कमजोर होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। डॉलर के मुकाबले लागातार कमजोर हो रहा रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है।
33 पैसे की गिरावट के साथ 73.24 के स्तर पर खुला है, जो रुपया का सबसे निचला स्तर है। वहीं दूसरी तरफ शेयर बाजार में भी ये ही हाल देखने को मिला। सेंसेक्स 184 अंक टूट गया। निफ्टी में 65 अंकों की कमजोरी देखने को मिली।
रुपये के 73 का स्तर पार करने के बाद अब महंगाई और बढ़ेगी। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने, ट्रेड वार, चालू खाता घाटा बढ़ने की आशंका, डॉलर में मजबूती, घरेलू स्तर पर निर्यात घटने और राजनीतिक अस्थिरता जैसे फैक्टर्स की वजह से रुपये पर लगातार दबाव बना हुआ है।
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