सर्वेश यादव कि रिपोर्ट :
वाराणसी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए कहा कि 13500 गांवों का चयन किया गया है। शीघ्र ही इस गांव में सांसद-विधायक पार्टी के पदाधिकारी पहुंच कर वहां की तस्वीर बदलेंगे। इसके लिए बड़ा बजट भी खर्च होगा।
उन्होंने कहा कि 20 हजार की आबादी वाले गांव के प्रधानों को विधायक से भी ज्यादा पैसा सरकार देने जा रही हैं। ऐसे सभी प्रधानों को 2 करोड़ रुपए सरकार की ओर से विकास के लिए मिलेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को चेताते हुए कहा कि अभी समय है। विकासपरक सोच को रखें वही सर्वमान्य होगी, वरना लोकप्रियता भी समाप्त हो सकती हैं। उन्होंने प्रधानों से कहा कि वोट देने ना देने वालों के बीच भेद कदापि न करें। सबको योजना का लाभ मिले। अभियान में छूटे पात्र अपात्र की सूची बनाकर प्रशासन को दें। अंत्योदय व पात्र गृहस्थी कार्ड लोगों का बनवाये तथा पेंशन आदि का फार्म भरवाएं, ताकि सबको सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।
उन्होंने कहा कि बीमारी की स्थिति में अब ग्राम प्रधान भी 5000 तक की सहायता करने का अधिकार रखेगा। यह खर्च सरकार उठाएगी। इस पैसे से गरीब बीमारों का त्वरित इलाज हो सकेगा। अब तक ऐसे लोग सांसद-विधायक के यहां दौड़ लगाते थे। गांव की सरकार देश की तकदीर बदलेगी। यह हमें पूर्ण विश्वास है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने ग्राम स्वराज का जो सपना देखा था, उसे हम पूर्ण करने के लिए अग्रसर हैं। मुख्यमंन्त्री ने कहा कि 1970 में गरीबी का नारा जरूर दिया गया, लेकिन सरकारों की विफलता से ऐसा नहीं हो सका। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता संभाली गांव के लिए गरीबों के लिए कई बड़ी योजनाएं घोषित की गई। यही कारण है कि आज भारत में तेजी से विकास हो रहा है, और हम सफलता के नए सोपान पर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को रोजगार देने के लिए कई योजनाएं चल रही। अनुसूचित जाति की महिलाओं तथा बेरोजगार लोगों को सरकार सस्ते दर पर एक करोड़ तक का लोन दे रही है। 2022 तक हम हर गरीब आदमी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत उपलब्ध करा देंगे। उन्होंने कहा कि भारत और विश्व का तेजी से उभरता आर्थिक व सामरिक ताकत वाला देश है । प्रधानमंत्री मोदी जब-जब विश्व के किसी देश में जाते हैं, उनका सम्मान काफी गर्मजोशी से होता है। पहले की अपेक्षा देश का मान ऊंचा हुआ है। प्रधान मंत्री का सम्मान भारत के 125 करोड़ लोगों का सम्मान है।