नई दिल्ली : मध्य-प्रदेश में ‘वंदे मातरम’ पर बवाल बढ़ता देख कमलनाथ सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया है। बता दें कि कमलनाथ सरकार ने हर महीने की एक तारीख को मंत्रालय में गाए जाने वाले वंदे मातरम को बंद करने का फैसला लिया था, जो 2005 से चला आ रहा था। इस मामले को लेकर जहाँ कांग्रेस को आम लोगों के आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, वहीँ बीजेपी ने भी इस आदेश के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। बवाल बढ़ता देख आख़िरकार कमलनाथ सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया है।
कमलनाथ सरकार ने अपना आदेश वापस लेते हुए कहा है कि अब केवल सरकारी कर्मचारी नहीं बल्कि आम जनता भी वंदे मातरम गाएगी। इसके लिए पुलिस बैंड का मार्च निकाला जाएगा। जिसमें आगे बैंड, पीछे कर्मचारी और सबसे पीछे आम जन शामिल होंगे। यह कार्यक्रम महीने के पहले कार्यदिवस पर आयोजित किया जाएगा।
बता दें कि कमलनाथ सरकार के आदेश के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने एलान किया था कि भाजपा के सारे विधायक सचिवालय में वंदे मातरम गाएंगे। उन्होंने कहा था, ‘हमारे सभी 109 विधायक 7 जनवरी 2019 को मध्यप्रदेश सचिवालय में वंदे मातरम गाएंगे।’ वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
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