रामकृष्ण पाण्डेय की रिपोर्ट
सीतामढ़ी भदोही से रामकृष्ण पाण्डेय की रिपोर्ट। वित्तीय वर्ष बदलने के बाद से ही ठप पड़े विकास कार्य की अवधि और लम्बी खिंचती चली जा रही है जिससे ग्रामवासियों को विभिन्न समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। बता दें कि शासनादेश के अनुसार वित्तीय सत्र बदलने के बाद ग्राम पंचायतों में खुली बैठक आयोजित कर वार्षिक कार्ययोजना तैयार की जाती है। फिर कार्ययोजना को सरकारी पोर्टल प्रिया सॉफ्ट पर फीड कराया जाता है। तत्पश्चात कार्य संहित यानी वर्क आईडी प्राप्त कर कार्य कराए जाते हैं। वित्तीय वर्ष की तिमाही बीतने को है पर पंचायत सचिवों की लापरवाही व जिला प्रशासन की उदासीनता के चलते अभी तक डीघ विकास खण्ड के 98 में गांवों सहित जिले के कुल 561 गांवों में से कई ग्राम पंचायतों की कार्ययोजना अब तक फीड नही हो सकी। जिसके चलते खातों में लाखों डंप होने के बावजूद कार्य शुरू नही नही हो पा रहा है। वहीं अब रही सही कसर ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों के निजी अनुरोध पर हुए तबादले ने पूरा कर दिया। करीब पखवाड़े बीतने को हैं पर सचिवों को गांव आवंटन नही किया जिससे गांवों में विकास की रफ्तार शून्य पड़ गई है। बता दें कि ट्रांसफर के बाद सचिवों क तत्काल प्रभार छोड़ने व स्थानांतरित ब्लाक में जाकर प्रभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अभी ऐसा अभी तक कुछ नही हो सका जिससे ग्रामसभा के लोग परिवार रजिस्टर जन्म व मृत्यु प्रणाम पत्र के लिए भी परेशानी झेलते दिख रहे हैं।