असलम खान की रिपोर्ट :
मिर्जापुर : जिला पंचायत के सभागार में शोक के बादल आ-जा रहे थे कि तभी केन्द्रीय राज्यमंत्री मंत्री अनुप्रिया पटेल ने ‘हिंदुस्तान’ के ब्यूरोचीफ स्व तृप्त चौबे के लिए शोकोद्गार व्यक्त करने के लिए माइक थामा तो वे खुद को सम्हाल न सकी और उनके नारी-हृदय से करुणा की धारा बह चली। वे खुद फफक कर रो पड़ी। उन्हें सम्हालने नन्दिनी मिश्र मंच पर आयीं लेकिन अनुप्रिया अंत तक शोक-धारा से विलग न हो सकी और उसी में बहती नजर आयीं ।
सबने तृप्त चौबे को माना सगा भाई
23 अक्टूबर के मंगलवार को हृदयगति अवरुद्ध होने से महाप्रस्थान पर निकल पड़े। तृप्त चौबे को छानबे विधायक राहुलप्रकाश कोल, नगरपालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल, DM अनुराग पटेल, CDO प्रियंका निरंजन ने आदर्श पत्रकार के साथ उन्हें सगे भाई सा कहा। सारे लोग प्रखर वक्ता के बावजूद इस मौके पर ‘अवरुद्ध-कंठ’ से दिखे।
डॉ नीरज त्रिपाठी, श्रीमती नन्दिनी ने आसुओं का कर दिया आवाहन
श्रद्धांजलि गोष्ठी में माहौल शोक-संतप्त तो था लेकिन शुरू में हर रक्षाबंधन और भाईदूज पर भाई-बहन के अपनत्व में बंधीनन्दिनी तथा अपने आवास को स्व0 चौबे की छाया से अनाश्रित परिवार को निःशुल्क देने का वादा निभाते समय डॉ नीरज त्रिपाठी सभागार में उपस्थित हर वर्ग के लोगों के उस स्थल तक पहुंच गए जहां से शब्द गायब होते हैं और निकल पड़ती है झरनों की तरह आंसू । डॉ नीरज के बाद के वक्ता जिह्वा से नहीं सजल आँखों से बोलते नजर आए ।
बेटी को मिले शासकीय नौकरी
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प्रशासन के लगभग हर उच्च अधिकारियों, यहां के पत्रकारों तथा समाज के हर वर्ग के लोगों के भाव कि स्व चौबे की बेटी को मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार के तहत राजकीय सेवा मिले, इसकी मांग सलिल पांडेय ने रखी और ज्ञापन स्व0 चौबे की बड़ी बेटी निमिषा (B. Sc. द्वितीय वर्ष) और छोटी बेटी साक्षी (कक्षा 12) द्वारा पत्रकारों ने एकस्वर समर्थन के साथ दिलवाया जिस पर पूरी सहानुभूति के साथ मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा देते अनुप्रिया पटेल ने यह कहा कि वे अपने स्तर से भी बेटियों के लिए बहुत कुछ करेंगी । शोक व्यक्त किया रमेश मालवीय ने भी ।
देवताओं के प्रिय महीने कार्तिक में लगा कि देवमण्डल भी सिसक रहा है
श्रद्धांजलि सभा के वातावरण से लग रहा कि पूरा परिवेश, हवाएं, गगन, सूरज की किरणें यूँ माने पूरा देवमण्डल यमराज के क्रूर जाल में फंस गए स्व0 तृप्त के न होने से अतृप्त हो गया है, विक्षिप्त सा महसूस कर रहा है ।
सारे पत्रकार समाज ने दिया मौन-श्रद्धांजलि
प्राय: मुखर रहने वाले जनपद के ए-टू-जेड पत्रकार तथा हर क्षेत्र के लोग स्व0 तृप्त को भावों से श्रद्धांजलि दे रहे थे । संचालन करते विभूति मिश्र बार-बार गीली होती आंखों को रूमाल से पोछ रहे थे । प्रबोधिनी संस्था की महिलाएं एवं छोटी उम्र की लड़कियों की सिसकियां अंत तक सुनाई पड़ रही थी ।
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