नई दिल्ली : चुनाव में हार के बाद अक्सर विपक्षी पार्टियों द्वारा EVM पर सवाल उठाये जाते है और मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया जाता है। हालाँकि तीन राज्यों में बीजेपी को मिली हार के बाद इस तरह की बातें होनी बंद हो गयी थी, लेकिन एक बार फिर से EVM की विश्वसनीयता को लेकर देश में सियासी संग्राम शुरू हो गया है। इस बार लन्दन की सरजमीं से EVM को हैक किये जाने का अदावा किया गया है।
दरअसल सोमवार को लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में सैय्यद शुजा नामक कथित हैकर ने भारत में चुनावों में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम को हैक करने का दावा किया था। इस कार्यक्रम को यूरोप में स्थित इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से आयोजित किया गया था। लंदन में इस एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष रे हैं।
साइबर एक्सपर्ट शुजा ने दावा किया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई। शुजा ने एक चौंकाने वाला दावा यह किया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की हत्या हुई थी न कि दुर्घटना क्योंकि उन्हें ईवीएम हैकिंग की जानकारी थी। शुजा ने आरोप लगाया है कि टेलीकॉम कंपनी रिलायंस ने बीजेपी को हैकिंग में मदद की। साइबर एक्सपर्ट शुजा का दावा है कि गौरी लंकेश की भी हत्या हुई क्योंकि वे ईवीएम हैकिंग पर खबर करने वाली थीं। शुजा ने बीजेपी के अलावा कई पार्टियों को घेरा है और कहा है कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी भी ईवीएम हैकिंग में शामिल हैं।
सैयद शुजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आम आदमी पार्टी ने उनसे मुलाकात कर ईवीएम हैकिंग को डेमोन्स्ट्रेट करने की मांग की थी लेकिन उन्होंने यह मांग ठुकरा दी। रिलायंस कम्युनिकेशन के बारे में शुजा ने कहा कि इस कंपनी के पास डेटा ट्रांसमिट के लिए नेटवर्क है और इसका फायदा बीजेपी को मिला है। शुजा के मुताबिक, ‘हिंदुस्तान में 9 सेंटर ऐसे हैं जहां से डेटा ट्रांसमिट होते हैं। कर्मचारियों को पता नहीं कि वे क्या कर रहे हैं। उन्हें यही पता होता है कि वे डेटा इंट्री कर रहे हैं.’