विश्कर्मा समाज ने सामाजिक न्याय आक्रोश पदयात्रा निकाल सरकार को चेताया
चन्दौली।ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में आज अपराहन जिला मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी चिकित्सालय से विश्वकर्मा समाज ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में विशाल सामाजिक न्याय आक्रोश पद यात्रा निकाली जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे ।पदयात्रा में समाज के लोग अपने अधिकारों से संबंधित विभिन्न नारे लगाते चल रहे थे । पदयात्रा मुख्य बाजार से होते हुए खंड विकास अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित शिव मंदिर प्रांगण में पहुंचकर सभा के रूप में परिवर्तित हो गया ।सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा सरकार इस समाज की घोर उपेक्षा कर रही है जिससे समाज के लोगों में उबाल है ।उन्होंने बताया समाज के रोजगार अधिकार और आर्थिक विकास से जुड़ी पांच दशक पुरानी लंबित मांग शिल्पकार विकास निगम की स्थापना तथा विश्वकर्मा पूजा पर्व के सार्वजनिक अवकाश को सरकार द्वारा अनदेखी कर उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन किया गया जो पुश्तैनी और परंपरागत विश्वकर्मा शिल्पकारों के साथ भेदभाव तथा अन्याय है उन्होंने कहा भेदभाव नहीं आता है निर्माण से मेरा नाता है इस सिद्धांत को प्रतिपादित करते हुए विश्कर्मा समाज के लोग सदियों से अपने शिल्प कला और कारीगरी से पूरी दुनियां में भारत का नाम रोशन करते आ रहे है सरकार की उपेक्षा और शून्य भागीदारी के चलते समाज के लोग आर्थिक बदहाली के शिकार हैं उन्होंने समाज की लंबित मांगों 5 हॉर्स पावर तक की आरा मशीनों का लाइसेंस मुक्त संचालन 5 फ़ीसदी पृथक आरक्षण विश्वकर्मा पूजा पर्व का सार्वजनिक अवकाश की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए इसे शीघ्र पूरा करने की मांग की है उन्होंने कहा यदि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो चुनाव से पहले देशव्यापी व्यापक आंदोलन किया जाएगा तथा समाज के लोग चुनाव में सरकार को सबक सिखाएंगे ।
कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष श्रीकांत विश्वकर्मा ने तथा अध्यक्षता दीनदयाल विश्वकर्मा ने किया ।इस अवसर पर उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा भरत विश्वकर्मा रामकिशुन विश्वकर्मा अवधेश विश्वकर्मा धर्मेंद्र विश्वकर्मा भोला विश्वकर्मा रोशन विश्वकर्मा अमित विश्वकर्मा रामबली विश्वकर्मा राजकुमार विश्वकर्मा दिनेश विश्वकर्मा संतोष विश्वकर्मा अनिल विश्वकर्मा मुन्ना विश्वकर्मा बजरंगी विश्वकर्मा पतरु विश्वकर्मा राधेश्याम विश्वकर्मा बबन विश्वकर्मा सियाराम विश्वकर्मा अनामी विश्वकर्मा पिंटू विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।