नई दिल्ली : दुनिया की अग्रणी सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक पर 34 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी पर ये जुर्माना डेटा लीक मामले को लेकर लगाया गया है। 34 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना, किसी टेक्नोलॉजी कंपनी पर लगने वाला अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। इससे पहले 2012 में फेसबुक पर 22 मिलियन डालर यानी 154 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका गया था। फेसबुक पर साढ़े आठ करोड़ यूजर्स का डाटा लीक करने का आरोप लगा था।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल फेसबुक पर ब्रिटिश कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एलानिटिका को डाटा लीक करने का आरोप है और इस मामले में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग की अमेरिकी संसद में पेशी भी हो चुकी है। साल 2018 में लंदन की पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक का डाटा लीक होने की खबरों के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया था। इसके बाद कई जांच हुईं और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इसके लिए माफी भी मांगी। राजनीतिक सलाहकार कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने 2016 में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान के लिए काम किया था।
वहीं अब यह मामला अमेरिकी न्याय विभाग के सिविल डिवीजन को रिव्यू के लिये भेजा जाएगा, जहां उसकी मंजूरी ली जाएगा। हालांकि इसमें कितना वक्त लगेगा, इसका अनुमान लगाना अभी मुश्किल है। जब यह मामला खुला था, उस वक्त फेसबुक ने कहा था कि उसे कैंब्रिज एनालिटिका की डाटा चोरी की जानकारी नहीं थी, लेकिन बाद में ये सामने आया था कि फेसबुक को कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा यूजर्स की डाटा चोरी की पूरी जानकारी थी, लेकिन कंपनी ने इसे दबाए रखा।