नई दिल्ली : निर्भया केस (Nirbhaya Case) में जहाँ एक तरफ दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा आरही है, वहीं आज मामले के एक दोषी अक्षय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। बता दें कि मामले के तीन अन्य दोषियों की पुनर्विचार याचिका को सुप्रीम कोर्ट पहले ही ख़ारिज कर चूका है और अब फ़ाइल राष्ट्रपति के पास है। राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका ख़ारिज होने के बाद चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने का रास्ता साफ़ हो जायेगा।
दरअसल निर्भया केस के दोषी अक्षय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। अपनी इस याचिका में अक्षय ने दिल्ली में प्रदुषण का जिक्र करते हुए कहा है कि दिल्ली तो गैस चैंबर बन चुकी है। दिल्ली में प्रदूषण की वजह से वैसे ही लोगों की उम्र कम हो रही है, तब हमें फांसी क्यों दी जा रही है ? दोषी पर भले ही जघन्य काण्ड को अंजाम देने का आरोप सिद्ध हो चूका हो, लेकिन उसने याचिका में सतयुग-कलियुग और महात्मा गांधी का जिक्र कर दुनिया के कई सिद्धांतों का हवाला दिया है और फांसी की सजा को टालने की गुहार लगाई है।
अक्षय से पहले विनय शर्मा ने राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी, जो पहले ही ख़ारिज हो चुकी है। बता दें कि गृह मंत्रालय द्वारा भेजे गए फ़ाइल पर राष्ट्रपति के मुहर लगते ही इन दोषियों के फांसी के फंदे पर लटकने का रास्ता भी साफ़ हो जायेगा। अटकलों की मानें तो इसी साल के अंत तक दोषियों को फांसी पर लटकाया जा सकता है। तिहाड़ जेल में जिस तरह से तैयारियां चल रही है, उससे भी यही लगता है अब देश को झकझोर देने वाले निर्भया गैंगरेप केस में जल्द ही न्याय होने वाला है।
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